सोच बदली तो सीन बदल गया
पार्क में किनारे पब्लिक डाल रही थी कचरा, सफाई कराकर लगा दिया पौधा
prayagraj@inext.co.in मोहल्ले के पार्क और कॉमन एरिया को साफ-सुथरा रखना पब्लिक की सोच पर निर्भर करता है. पब्लिक की सोच बदल जाय तो बहुत कुछ अपने आप बदल जाएगा. इसका उदाहरण बना है वार्ड नंबर छह रसूलपुर में स्थित एरिया. घर का कचरा सड़क परअपने घर को साफ-सुथरा रखने के चक्कर में पब्लिक सड़क और पार्क के कार्नर एरिया को गार्बेज डंपिंग ग्राउंड की तरह यूज करती है. झाड़ू लगाने से निकले कचरे के साथ घर में बाकी कचरे को भी इसी स्थान पर डंप कर दिया जाता है. नगर निगम के कर्मचारी रोज गलियों में झाड़ू लगाने नहीं जाते तो यह कचरा पड़ा रहता है और छुट्टा घूमने वाले मवेशी इसे बिखेर देते हैं. यही कहानी रसूलपुर की भी थी. यहां भी जगह-जगह पब्लिक कचरा डाल देती थी. इसससे रोड पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता था.
सफाई करके लगाने लगे पौधामोहल्ले के रहने वाले सादिक खान ने इस समस्या का हल खोजने का फैसला लिया. उन्होंने इसे कॉमन प्लेसेज को आईडेंटीफाई किया और वहां सफाई कराकर पेड़ लगाना शुरू कर दिया. पेड़ों को सुरक्षित रखने के लिए उन्होंने सुरक्षा जाली भी लगवा दी. इसका इंपैक्ट यह हुआ कि अब पब्लिक ने भी पेड़ वाले स्थान पर कचरा डालना बंद कर दिया है. सादिक का कहना है कि यही सोच हर मोहल्ले का एक व्यक्ति रखे तो सफाई भी होगी और एरिया भी हरा-भरा हो जाएगा.