--रांची की मंडी में शुक्रवार को नहीं आया आलू का एक भी ट्रक

--पंडरा बाजार समिति में हर दिन 50 से 80 ट्रक आता है आलू

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RANCHI (29 Aug): आम लोगों के लिए बुरी खबर है। हो सकता है कि आज जब आप सब्जी खरीदने मार्केट जाएं तो आपको आलू का दाम आसमान छूते मिले। इसके साथ ही यह भी हो सकता है कि आपको मार्केट में आलू ही न मिले। क्योंकि बंगाल से झारखंड आनेवाले आलू पर एक बार फिर रोक लग गई है। हालत यह है कि शुक्रवार को रांची की सबसे बड़ी सब्जी मंडी पंडरा बाजार समिति में बंगाल से आलू की आवक नहीं हुई। इस सब्जी मंडी में जहां डेली भ्0 से लेकर 80 ट्रक आलू डेली आते हैं, वहां एक भी ट्रक आलू नहीं आया। इस कारण अचानक से थोक बाजार में आलू की कीमत बढ़ गई है, जिसका असर लोकल बाजारों में भी देखने को मिला।

ख्ख् से ख्म् रुपए किलो

शुक्रवार को रांची की मंडियों में थोक में लाल आलू ख्0 रुपए से लेकर ख्ख् रुपए और सफेद आलू क्8 से लेकर ख्0 रुपए किलो बिका। वहीं लोकल सब्जी बाजारों में ख्रुदरा में लाल आलू ख्भ् से लेकर ख्म् रुपए और सफेद आलू ख्0 से लेकर ख्ख् रुपए किलो तक बिका। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि एक दो दिन में आलू की कीमत और बढ़ जाएगी, क्योंकि मंडियों में बंगाल से आलू आ नहीं रहा है। इस कारण मंडियों में आलू का स्टॉक तेजी से समाप्त हो रहा है, जिसके कारण आलू के दाम बढ़ सकते हैं।

पहले भी रोक चुकी है बंगाल सरकार

झारखंड की विभिन्न मंडियों में पश्चिम बंगाल से आने वाले आलू से लदे लगभग फ्00 ट्रकों को बंगाल-झारखंड के बार्डर पर सात अगस्त को बंगाल पुलिस ने रोक दिया था, जिसके कारण रांची समेत पूरे झारखंड में आलू की किल्लत हो गई थी। इस कारण रांची समेत पूरे झारखंड में आलू की किल्लत हो गई थी और आलू की कीमत ख्8 रुपए किलो तक पहुंच गई थी।

सरकार को फिर करनी हाेगी बातचीत

महीने की शुरुआत में जब बंगाल सरकार ने झारखंड आनेवाले आलुओं पर रोक लगा दी थी तो झारखंड सरकार ने इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार से बात की थी, जिसके नतीजे में झारखंड की विभिन्न मंडियों में आलू की आवक सामान्य हो गई थी, लेकिन एक बार फिर से बंगाल से आलू नहीं आ रहे हैं। झारखंड के थोक आलू और प्याज विक्रेताओं ने झारखंड सरकार से इस मामले में दखल देकर संकट के समाधान की अपील की है।

एक ट्रक भी नहीं आया आलू

झारखंड की मंडियों में बंगाल से आलू नहीं आने के कारण आलू का स्टॉक खत्म हो रहा है। अगर सरकार ने जल्द से जल्द दखल देकर बंगाल से आने वाले आलू पर लगी रोक को नहीं हटवाया तो आलू की किल्लत हो जाएगी। हालत यह है कि रंाची की सबसे बड़ी सब्जी मंडी पंडरा बाजार समिति में एक भी ट्रक आलू बंगाल से नहीं अा रहा है।

अजय कुमार, थोक विक्रेता आलू-प्याज, पंडरा बाजार समिति

सरकार को गंभीरता से लेना होगा

झारखंड में पिछले एक महीने से लेकर आलू को लेकर बवाल मचा है। बंगाल से आनेवाले आलू के ट्रकों को बंगाल-झारखंड बॉर्डर पर ही रोक लिया जा रहा है। इस कारण झारखंड की मंडियों में जितनी आलू की आवक होनी चाहिए नहीं हो पा रही है। सरकार को इस मामले में दखल देना चाहिए।

अनिल कुमार गुप्ता, आलू-प्याज के थोक विक्रेता, पंडरा बाजार समिति

Posted By: Inextlive