-पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के छह सदस्यीय टीम हैदराबाद से लौटी

-बिजली समस्या से निपटने के लिए आयोजित हुआ था चार दिवसीय सेमिनार

ALLAHABAD: हैदराबाद के कॉन्सेप्ट को अगर अपनाया जाए तो सिटी में बिजली की समस्या को काफी हद तक दूर किया जा सकता है। विद्युत वितरण निगम लिमिटेड वाराणसी के छह बिजली अभियंताओं का प्रतिनिधिमंडल हैदाराबाद गया था। चार दिनों तक चले प्रोगाम में पार्टिसिपेट करने के बाद हाल ही में प्रतिनिधिमंडल लौटा है। छह सदस्यीय टीम में सिटी के एसडीओ मनोज गुप्ता ने जनपद का प्रतिनिधित्व किया। लौटने के बाद उन्होंने कई खास बातें बताई। इन पर विभाग ने अमल किया तो आने वाले दिनों में सिटी की बिजली व्यवस्था बेहतर हो जाएगी।

विभिन्न सिस्टम पर हुई चर्चा

फोर्ड रोड एसडीओ मनोज गुप्ता बताते है कि हैदराबाद में चार दिवसीय सेमीनार का आयोजन हुआ था। इसमें देश भर से नौ राज्यों के करीब बीस से अधिक अभियंता शामिल हुए थे। इसमें ट्रांसफार्मर के अधिक संख्या में खराब होने, जलने से बचाने, बिजली लाइन के फाल्ट को कम करने, बेहतर वोल्टेज की निरंतर बिजली अपूर्ति एवं बिजली के लाइन लास को कैसे समाप्त किया जाए, इन बिन्दुओं पर गहनता से चर्चा की गई। पूर्वाचल विद्युत वितरण निगम की ओर से पूर्वाचल के अतंर्गत आने वाले जनपदों में इलाहाबाद, आजमगढ़, गोरखपुर, मिर्जापुर, वाराणसी, बस्ती जोन से कुल छहा विद्युत अभियंताओं को प्रशिक्षण कार्यक्रम में भेजा गया था।

कई समस्याओं से मिलेगा छुटकारा

भारत सरकार के उद्यम सेंट्रल इंस्टीट्यूट फॉर रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कारपोरेशन द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। एसडीओ मनोज गुप्ता ने बताया कि हैदराबाद में लाइट की समस्या नहीं है क्योंकि वहां एलटी लाइन का कहीं भी इस्तेमाल नहीं होता है। वहां गली-मोहल्ले में जगह-जगह छोटे छोट ट्रासफार्मर लोड के हिसाब से लगाए गए हैं। जिससे सभी पर लोड एक सामन हो। इससे बिजली जाने की समस्या व लोड की समस्या न के बराबर होती है। उन्होंने कहा कि सिटी में इस तरह के सिस्टम को यूज करने में कइ्र समस्याएं आ सकती हैं। क्योंकि सिटी की रोड और गली-मोहल्ले काफी सकरी है।

ट्रासंफार्मर नहीं दिखेंगे

एसडीओ ने कहा कि जिस प्रकार से उस प्रदेश में बिजली सप्लाई की जाती है अगर सिटी में भी वैसी व्यवस्था होती है तो आने वाले समय में लाइन लास के अलावा बड़े-बड़े ट्रासंफार्मर दिखना बंद हो जाएंगे। इतना ही नहीं अगर कुछ खास बिंदुओं पर काम किया जाए तो आने वाले समय में दो पोल के सपोर्ट पर छोटे छोटे ट्रासंफार्मर होंगे जिनसे गली मोहल्ले में बिजली अपूर्ति की जाएगी। हालांकि ऐसा करने में काफी समय लग सकता है। फिलहाल, सेमिनार की एक सीडी बनाकर उसे चीफ इंजीनियर के पास भेजा गया है। जिसे देख वह बिजली सुधार लाने में काफी कुछ करने का प्रयास कर सकते हैं।

Posted By: Inextlive