क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: बिजली विभाग ने बनाया अप्रैल फूल. जी हां, विभाग के दावे के अनुसार, सिटी में चल रहे रिस्ट्रक्चर्ड एक्सेलरेटेड डेवलपमेंट एंड रिफॉर्म प्रोग्राम(आरएडीआरपी)का काम 31 मार्च तक पूरा हो जाना था, जिसके चलते हर दिन पावर कट होता है. लेकिन, एक अप्रैल को विभाग ने इश्तेहार जारी कर आरएपीडीआरपी की डेडलाइन एक बार फिर बढ़ा दी. साथ ही अगले दिन होने वाली बिजली कटौती की जानकारी भी दे दी गई. इतना ही नहीं, एक अप्रैल से ही बिजली दर वृद्धि भी लागू कर दी गई है. ऐसा तब हुआ है जब विभाग के दावे के अनुसार, लोग एक अप्रैल से 24 घंटे बिजली की उम्मीद पाले हुए थे. वहीं, विभाग ने एक बार फिर लोगों को छला है.

बार-बार डेडलाइन फेल

रांची में बिजली वितरण सिस्टम दुरुस्त करने के लिए चल रहे आरपीडीआरपी का हाल बुरा है. काम शुरू होने के दो वर्ष बीत चुके हैं, इसके बावजूद काम पूरा नहीं हो पाया है. गौरतलब हो कि आरपीडीआरपी का काम अप्रैल 2016 में पॉलीकैब को अलॉट किया गया. धरातल पर काम अगस्त-सितंबर 2017 में शुरू हुआ. मार्च तक बिजली काट कर काम को पूरा करना था, जो नहीं हुआ. अप्रैल 2018 की डेडलाइन फेल हो गई. इसके बाद जुलाई 2018, फिर अक्टूबर और 31 दिसंबर की डेडलाइन भी पार कर गई. फिर 28 फरवरी 2019 लास्ट डेट तय की गई. लेकिन, यह भी फेल हो गई और 31 मार्च काम पूरा करने की डेडलाइन तय हुई. लेकिन, अब यह डेट भी फेल हो गया है और अधिकारी अब अप्रैल में आरएपीडीआरपी का काम पूरा करने की बात कह रहे हैं.

सप्लाई फुल, बत्ती गुल

राजधानी में हर दिन फुल लोड बिजली सप्लाई करने का दावा विभाग द्वारा किया जा रहा है. अधीक्षण अभियंता अजीत कुमार ने बताया कि रांची में हर दिन फुल सप्लाई करीब 300 मेगावाट हो जा रही है, लेकिन नेटवर्क सिस्टम कमजोर है. इस कारण बिजली लोगों के घरों तक नहीं पहुंच पा रही.

हर दिन कट रही बिजली

रांची में बिजली से लोगों को राहत नहीं मिल रही है. हर दिन शहर के विभिन्न इलाकों में लगातार बिजली काटी जा रही है. आरएपीडीआरपी योजना के तहत चल रहे काम के कारण जो बिजली काटी जाती है, उसकी सूचना दी जाती है. इसके बावजूद ज्यादा देर पावर कट हो रहा है.

इधर, 1 अप्रैल से ही महंगी कर दी बिजली

भले ही शहर के लोगों को फुल टाइम बिजली नहीं मिलती हो. लेकिन लोगों को बिजली का बढ़ा हुआ दाम अप्रैल महीने से ही देना होगा. शहर के लोगों को भले हीं क्वालिटी की बिजली नही मिलती हो, लेकिन उनकी जेबें जरूर ढीली होंगी. झारखंड बिजली वितरण निगम ने राज्य में बिजली के दामों में बढ़ोतरी की है, जिसे 1 अप्रैल से ही लागू कर दिया गया है.

वर्जन

आरएपीडीआरपी का काम चल रहा है, इसलिए शटडाउन देना पड़ रहा है. इसे जल्द पूरा करने को लेकर जोर-शोर से काम चल रहा है. इस महीने काम पूरा कर लिया जाएगा. हर दिन फुल लोड 300 मेगावाट बिजली सप्लाई की जा रही है.

अजीत कुमार, एसई, रांची विद्युत सर्किल

Posted By: Prabhat Gopal Jha