RANCHI : राजधानी रांची को फुल लोड बिजली मिल रही है पर लोड शेडिंग से लोगों को निजात नहीं मिल रही है। हर दिन घंटों बिजली गुल रह रही है। दरअसल, आरएपीडीआरपी प्लान के तहत चल रहे मेंटनेंस वर्क के कारण पावर कट का सिलसिला लगातार जारी है। वैसे तो यह काम इस साल मार्च में ही पूरा कर लेना था, लेकिन शिथिलता के कारण इसमें लगातार विलंब हो रहा है और इस कारण पिछले आठ माह से सिटी के लोग पावर कट की समस्या झेलने को मजबूर हो रहे हैं। यह सिलसिला अगले तीन महीनों तक और चलने की उम्मीद है।

हर बार बढ़ रहा है डेडलाइन

रांची में आरएपीडीआरपी योजना का काम का डेडलाइन कई बार बढ़ चुका है। मार्च 2018 में ही सारा काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन कंपनी द्वारा काम पूरा नही करने के बाद टाइम बढ़ा दिया गया और जून तक का डेडलाइन दिया गया। जून में भी काम पूरा नही होने के बाद इस साल दिसंबर का डेडलाइन दिया गया है। मालूम हो कि आरएपीडीआरपी योजना कार्य पौली कैब वायर लिमिटेड को दिया गया है। सके लिए कंपनी को 395 करोड़ करोड़ रुपये आवंटित किया गया है।

मेंटनेंस पर खर्च हो रहे 395 करोड़ रुपए

रांची में केंद्र प्रायोजित आरएपीडीआरपी पार्ट बी योजना का काम काफ धीमी गति से किया जा रहा है। इस योजना के तहत रांची में 395 करोड़ रुपये खर्च कर बिजली व्यवस्था दुरुस्त किया जाना है। लेकिन काम धीमी गति से कार्य होने से निर्धारित लक्ष्य पर काम पूरा किया जाना संभव नहीं है।

2016 में शुरु हुई थी आरएपीडीआरपी योजना

विदित हो कि 28 अप्रैल 2016 को ही रांची में आरएपीडीआरपी योजना के कायरें का शिलान्यास राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास से कराया गया था। योजना के तहत अंडरग्राउंड केबुल, हाइटेंशन 33 हजार केवीए, 11 हजार केवीए ट्रांसमिशन लाइनए ग्रिड व सब स्टेशन का निर्माण समेत जर्जर तार को बदलकर अधिक क्षमता के कंडक्टर से जोड़ने की योजना है। 2019 में योजना का काम पूरा करने का लक्ष्य तय है। लेकिन दो साल के बाद भी कछुए की चाल से काम चल रहा है।

एपीडीआरपी के तहत हो रहे ये काम

11

नए सब स्टेशनों का निर्माण

17

सब स्टेशनों की क्षमता का विस्तार

28

किमी नये 33 केवी लाइन का विस्तार

406

किमी नये 11 केवी लाइन का निर्माण

774

किमी पुराने 33 केवी व 11 केवी लाइन का क्षमता विस्तार

4123

नये ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे

51

किमी एबीसी एबी केबल बिछेंगे

Posted By: Inextlive