सपना बनकर रह गई 24 घंटे बिजली
RANCHI:झारखंड राज्य गठन के 18 साल बाद भी 24 घंटे बिजली सपना ही बनी हुई है। योजनाएं तो बनीं, लेकिन उन्हें अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। ये बातें सिटी की अलग-अलग सोसायटी से जुड़े लोगों ने कहीं। इस समस्या की तह तक जाने के लिए दैनिक जागरण के झारखंड में 16 साल पूरा होने के मौके पर गुरुवार को कोकर इंडस्ट्रीयल एरिया स्थित दैनिक जागरण कार्यालय में राउंड टेबल कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें कई लोगों ने शिरकत की और अपनी राय बताई।
सर्वे से पता चलेगी सच्चाईआरआरडीए के पूर्व सदस्य मनोज कुमार पांडे ने कहा कि राज्य में बिजली की समस्या शुरू से रही है। यहां सरकारें आई और गईं, लेकिन समस्या जस की तस रही। हालात ऐसे हैं कि लघु उद्योग पर संकट मंडरा रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी किसानों को हो रही है। जरूरी है कि सरकार किसान हित में फैसला ले। सरकार गरीब किसानों और उद्योगों से दोगुनी राशि वसूल रही है। पहले यह सर्वे करा लिया जाए कि कितने किसान बिजली का उपभोग कर रहे हैं। विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है और अफसरशाही हावी है।