क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: एक ओर आए दिन सिटी के लोग बिजली की किल्लत से परेशान हैं. वहीं, विभाग को हर दिन बिजली सरेंडर करनी पड़ रही है. जी हां, झारखंड बिजली वितरण निगम के आंकड़ों पर गौर करें, तो 8 मार्च से लेकर 23 मार्च तक 1420 मेगावाट बिजली सरेंडर करनी पड़ी. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि रांची में हर दिन फुल लोड बिजली सप्लाई हो रही है, लेकिन कमजोर ट्रांसमिशन लाइन के कारण लोगों के घरों तक बिजली पूरी तरह नहीं पहुंच पा रही है. राजधानी समेत राज्य भर में सप्लाई के लिए बिजली दूसरे सोर्स से खरीदी गई लेकिन लोगों के घरों तक पहुंचाने में कमजोर ट्रांसमिशन लाइन बड़ा कारण है. सर प्लस बिजली ग्रिड में ही बची रह जा रही है, जिसे बाद में जेबीवीएनएल द्वारा वापस कर दिया जा रहा है.

15 दिनों में 1420 मेगावाट सरेंडर

मार्च महीने में अभी 24 दिन ही गुजरे हैं, लेकिन वितरण निगम द्वारा कई अलग-अलग कारणों से करीब 1420 मेगावाट बिजली सरेंडर कर दी गई है. इसमें सबसे बड़ा कारण है ट्रांसमिशन लाइन नेटवर्क का कमजोर होना है. जब तक इस नेटवर्क को ठीक नहीं किया जाता है तब तक बिजली सरेंडर होती रहेगी. लोगों के घरों में अंधेरा कायम रहेगा.

डेली घंटों पावर कट

राजधानी में हर दिन घंटो लाइट कट रही है और बिजली विभाग के अधिकारियों का दावा है कि हर दिन फु ल लोड बिजली मिल रही है. अधिकारी कहते हैं कि कितनी भी बिजली ग्रिड में हो लेकिन जब तक ट्रांसमिशन लाइन नेटवर्क को बेहतर नहीं बनाया जाएगा लोगों को बिजली की किल्लत झेलनी होगी. आलम यह है कि राजधानी के हर इलाके में पिछले 2 साल से हर दिन 3 घंटे से 4 घंटे तक बिजली की लोड शेडिंग हो रही है.

रांची को चाहिए डेली 300 मेगावाट

रांची सर्किल में हर दिन करीब 250 से 300 मेगावाट बिजली की जरूरत है. रांची में हटिया, कांके और नामकुम ग्रिड से बिजली की सप्लाई की जाती है. इन तीनों ग्रीड में हर दिन फुल लोड बिजली सप्लाई की जाती है, लेकिन राजधानी के कई घरों में बिजली नहीं पहुंच पा रही है.

गर्मी को लेकर भी तैयारी नहीं

अब गर्मी सिर पर है लोगों की परेशानी गर्मी से अधिक बिजली को लेकर हो रही है. गर्मी शुरू होने के साथ ही बिजली का आंखमिचौली और अधिक बढ़ जाती है. सुबह से शाम तक लोग गर्मी से अधिक बिजली को लेकर परेशान रहते हैं. लेकिन अब तक बिजली वितरण निगम द्वारा गर्मी में बिजली की होने वाली परेशानी से निपटने की कोई योजना नहीं बनाई गई है.

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कब, कितनी बिजली हुई सरेंडर

डेट बिजली सरेंडर

8 मार्च 30 मेगावाट

9 मार्च 80 मेगावाट

11 मार्च 50 मेगावाट

13 मार्च 155 मेगावाट

14 मार्च 49 मेगावाट

15 मार्च 280 मेगावाट

16 मार्च 165 मेगावाट

17 मार्च 348 मेगावाट

18 मार्च 86 मेगावाट

19 मार्च 41 मेगावाट

22 मार्च 58 मेगावाट

23 मार्च 78 मेगावाट

कुल 1420 मेगावाट

वर्जन

रांची में हर दिन फुल लोड बिजली उपलब्ध है, लेकिन कुछ कारणों से बिजली बच जाती है. उसे सरेंडर करना पड़ता है. अब नई लाइन भी जोड़ी जा रही है. आरएपीडीआरएपी का काम चल रहा है. जल्द ही ट्रांसमिशन नेटवर्क दुरुस्त हो जाएगा.

अजीत कुमार, अधीक्षण अभियंता, रांची सर्किल

Posted By: Prabhat Gopal Jha