Meerut : लाइफ में पॉवर कट बेहद पॉवरफुल हो रहा है. बिजली को लेकर लोग हर समय सतर्क रहते हैं. पता नहीं कब ‘महारानी’ चली जाएं और काम बीच में ही लटक जाएं. अगर कोई रात में 12 बजे उठकर वाशिंग मशीन में कपड़े धोने लगे तो हैरान होने की जरूरत नहीं है. उसे पता है कि सुबह लाइट नहीं होगी और दिन में उसे टाइम नहीं मिलेगा. इस कारण रात में कपड़े धोना उसकी मजबूरी है. इसी तरह बाकी काम भी बिजली के अनुसार सेट करने पड़ रहे हैं. सुबह ब्रेकफास्ट में मेंगो शेक पीना है तो मिक्सी का काम रात में ही निबटाना पड़ेगा...


‘टेंशन’ ने सब कुछ बदल डाला


साकेत की रहने वाली रीना शर्मा दिनभर ऑफिस में काम करने के बाद शाम को जब घर आती हैं तो ‘टेंशन’ उनको घेर लेती है। वो ऐसी ‘टेंशन’ है, जिसकी वजह से उनकी पूरी लाइफ की चेंज हो गई है। आप सोच रहे होंगे कि ऐसी कौन सी ‘टेंशन’ है, जो ऑफिस से घर आने के बाद उनको परेशान कर रही है। चौंकिए नहीं ये ‘टेंशन’ सिर्फ मिसेज रीना की ही नहीं है बल्कि शहर में रहने वाले हर एक शख्स की है। उस टेंशन का नाम है ‘लाइट’। पिछले कुछ दिनों से पूरे शहर में बिजली के लिए हाहाकार मचा हुआ है। हाल ये है कि रोस्टरिंग के अलावा फॉल्ट्स और दूसरी वजहों से जबरदस्त बिजली कटौती हो रही है। जबकि इस वक्त पारा भी जमकर सितम ढाह रहा है। ऐसे में आई नेक्स्ट ने लोगों की लाइफ को पास से जाना तो मालूम चला कि बिजली ने सबकुछ बदल डाला। तो फिर चलिए बताते हैं क्या-क्या बदला बिजली ने। रात में धोती हैं कपड़े

पूरे दिन की थकी-हारी मिसेज शर्मा ने रात साढ़े बारह बजे कपड़े धोने के लिए मशीन लगाई। दो घंटे कपड़े धोए और उसके बाद रात में ही सबके कपड़ों पर आयरन करके रखा। वैसे ये हाल मिसेज शर्मा का ही नहीं है। मिसेज मीना सिन्हा, रीता शर्मा, रेनू सिंह का भी शेड्यूज बिजली ने पूरी तरह बिगाड़ दिया है। पॉवर कट ने लोगों को नींद तो उड़ा ही रखी है अब शेड्यूल में भी पूरी तरह बदल दिया है। लोग हर काम अपने हिसाब से नहीं लाइट के हिसाब से करने लगे हैं।पानी भरकर रख लोपॉवर कट ने लोगों को मजबूर कर दिया है कि वो सुबह उठते ही चाय की चुस्कियों और न्यूजपेपर से पहले पीने के लिए पानी भरकर रखें। ताकि लाइट जाने के बाद पीने के पानी की किल्लत न हो। राकेश मल्होत्रा बताते हैं कि जिस दिन सुबह पहले पीने का पानी नहीं भरा जाता, उस दिन दिन भर पीने का पानी भी सोच समझकर ही इस्तेमाल करना पड़ता है। बिजली ने तो सबकुछ बदल डाला है।ठंडा भूल जाइए

पावर कट ने मेहमानवाजी पर भी बुरा असर डाला है। अब मेहमान को उसकी किस्मत के हिसाब से शानदार शेक और बेवरेज पीने को मिलता है। जिस समय मेहमान ने आपके घर में कदम रखा उस समय अगर लाइट आ रही है तो मेहमान किस्मत का धनी है और उसकी खातिरदारी मिल्क या फ्रूट शेक से हो जाती है और अगर उस समय लाइट गुल है तो उसे गर्मी में चाय या नींबू पानी से काम चलाना पड़ता है।लाइट आएगी तो मिलेगा पिज्जालाइट कब आएगी और कब जाएगी ये भरोसा सिटी में रहने वाले किसी व्यक्ति को नहीं है। लेकिन राकेश के बेटे पियूष की रोज जिद रहती है कि पिज्जा खाएगा। ऐसे में वो पिज्जा तभी खा सकता है। अब ऐसे में पप्पू की मम्मी को लाइट आते ही प्रायोरटी लेवल पर पिज्जा बनाना पड़ेगा। अब यहां पप्पू के जिद करके रोना का कोई फायदा नहीं है क्योंकि मम्मी बस यही कह पाती हैं कि लाइट आने दो तभी तो पिज्जा बनाऊंगी। इतना ही नहीं सब्जी का मसाला, टमैटो प्यूरी, मिर्च जैसी कोई भी चीज अगर मिक्सी में पीसनी है तो लाइट आते ही इन कामों को सबसे पहले किया जाएगा।वॉटर जग में पानी बना लो
अब फ्रिज में रखी बहुत सारी पानी की बॉटल इस बात की गारंटी नहीं हैं कि हर समय ठंडा पानी ही पीने को मिलेगा। इस प्रॉब्लम का हल निकालते हुए कई घरों में वॉटर जग आ गया है। अब सुबह ही उसमें फ्रिजर की बर्फ और ठंडा पानी पलट जाता है ताकि पूरा दिन ठंडा पानी तो पीने के लिए मिल सके। बिना लाइट कैसा शेकरजत पिछले तीन दिनों से मैंगो शेक पीने की जिद कर रहा है। मम्मी मना करती हैं कि बाजार में ये सब चीजें मत पिया करों। इसलिए वो घर पर ही मैंगो शेक पीता है। मगर लाइट है कि मैंगोशेक बनाने के टाइम पर ही गायब हो जाती है। रजत न सुबह नाश्ते में मैंगोशेक बनवा पाया और न ही रात को खाना खाने के बाद। टीवी शोज का रिपीट टेलीकास्टअब मम्मी अपना फेवरेट टीवी शो ओरिजनल टाइम पर देख ही नहीं पाती हैं। क्योंकि रात आठ बजे से प्राइम टाइम शुरू होता है और साढ़े सात बजे बत्ती गुल हो जाती है। अब मम्मी या तो देर रात लाइट का इंतजार करके तब अपना फेवरेट शो देखती हैं या फिर दिन में होने वाले रिपीट टेलीकास्ट में क्योंकि ओरिजनल टाइम पर तो लाइट अब रहती ही नहीं है।बिजली अभी और कहर ढहाएगी
गर्मी का पारा हाई होते ही बिजली ने भी अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से शेड्यूल के अलावा भी बिजली कटौती की जा रही है और इसके आगे भी जारी रहने के आसार हैं। अधिकारियों की माने तो लोड बढऩे की वजह से कटौती की जा रही है।शेड्यूल का ख्याल नहींपीवीवीएनएल में लोड बढऩे के कारण शेड्यूल पूरी तरह से बिगड़ गया है। इस समय शहर में शेड्यूल के अलावा भी बिजली कटौती की जा रही है। जिससे लोगों की मुसीबत बढ़ गई है। लिमिटेड टाइम शेड्यूल के अलावा मेरठ में रोज छह से सात घंटे की कटौती चल रही है।एक्स्ट्रा रोस्टिंगसुबह - सात से नौ और दस से तीनशाम - पांच से छहरात - नौ बजे से साढ़े दसबढ़ गया है लोडपीवीवीएनएल अधिकारियों की माने तो पर इस समय 35 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया है। जिससे कटौती की जा रही है। पब्लिक की ओर से बिजली की डिमांड ज्यादा बढऩे से इस तरह की दिक्कतें हो रही है। अधिकारियों की माने तो ये लोड 40 से 45 फीसदी तक पहुंच सकता है.  जिससे कटौती भी और बढ़ जाएंगी। इसका सीधा मतलब ये है कि इस गर्मी में बिजली की ओर से पब्लिक की दिक्कतें कम नहीं और ज्यादा बढऩे जा रही है।रोस्ट्रिंग टाइमसुबह - आठ से दसदोपहर - एक से तीनशाम - छह से नौ 'बिजली का शेडयूल बिगड़ा जरूर है, इसका कारण पीवीवीएनएल पर अधिक लोड पडऩा है। कुछ समय अभी लोगों को ये दिक्कत झेलनी पड़ेगी.'- पीके गोयल, एससी अर्बन

Posted By: Inextlive