-सोमवार को डीआईजी प्रवीण कुमार सिंह के सामने प्रीति ने किया खुलासा

-कहा- प्रॉस्टिट्यूशन के धंधे में जो पैसे मिलते थे, उनमें से आधे पैसे खुद रख लेता था प्रदीप

-अपनी हत्या की खबर अखबारों में पढ़ने के बाद पिता को फोन करके बताया था कि वह मरी नहीं, जिंदा है

>ranchi@inext.co.in

RANCHI (16 June) : परिवार वालों के साथ-साथ पुलिस की नजरों में भी मर चुकी चुटिया की प्रीति के बयानों ने न सिर्फ उसके घरवालों, बल्कि पुलिस के लिए भी मुसीबतें खड़ी कर दी हैं। सोमवार को उसे महिला थाना से ले जाकर डीआईजी प्रवीण कुमार सिंह के सामने पेश किया गया। प्रीति ने बताया कि उसने अपने पिता की ज्यादती के कारण घर छोड़ दिया था और प्रदीप के साथ पलामू चली गई थी। पलामू के हैदरनगर स्थित हनुमान नगर में प्रदीप कुमार विश्वकर्मा ने उसे अपनी बहन और स्टूडेंट बताकर एक मकान में कमरा दिलवाया था। कमरा दिलवाने के बाद उसने उसे वहीं के एक कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर में क्ब् सौ रुपए महीने की पगार वाली नौकरी पर रखवा ि1दया था।

प्रदीप ने बना दिया कॉल गर्ल

प्रीति ने डीआईजी प्रवीण कुमार सिंह को बताया कि पलामू ले जाने और कंप्यूटर सेंटर में नौकरी दिलाने के बाद प्रदीप ने उसे वहां कॉल गर्ल बनाकर प्रॉस्टिट्यूशन के धंधे में उतार दिया था। प्रीति ने बताया कि प्रदीप अजीत के बारे में उल्टी-सीधी बातें किया करता था। इससे क्षुब्ध होकर प्रीति प्रदीप के साथ हो ली थी। प्रदीप ने उससे शादी करने का वादा किया था। लेकिन, प्रीति प्रदीप की हरकतों से आजिज आ चुकी थी। प्रीति ने बताया कि प्रॉस्टिट्यूशन के धंधे में उसे जो पैसे मिलते थे, उनमें से आधे पैसे प्रदीप खुद रख लेता था। उसने बताया कि प्रदीप रांची स्थित महेंद्र सिंह कॉलेज के बगल में स्थित एक लॉज में रहता है।

जब अपनी ही 'हत्या' की खबर मिली

प्रीति ने डीआईजी को बताया कि वह प्रदीप के चंगुल से छूटना चाहती थी। इसी बीच उसे पता चला कि खुद उसकी हत्या के आरोप में उसके चार दोस्त अजीत, अमरजीत, मोनू व विकास जेल चले गए हैं। यह पता चलने पर उसकी अंतरात्मा जागी और उसने रांची पुलिस के सामने उपस्थित होने का फैसला लिया।

प्रीति ने पिता को किया था फोन

प्रीति ने डीआईजी के सामने स्वीकार किया है कि जब उसने अखबारों में पढ़ा कि उसकी मौत हो चुकी है, बुंडू में एक अधजली लाश मिली है और उस लाश को प्रीति की बताकर उसका उसके परिजनों ने दाह-संस्कार कर दिया है, तब उसने अपने पिता सुरेश कुमार सिंह को फोन किया था। फोन पर उसने अपने पिता से कहा कि वह जिंदा है, मरी नहीं है। पर, उसके पिता ने उसका कॉल यह कहते हुए डिसकनेक्ट कर दिया कि तुम्हारा अंतिम संस्कार कर दिया गया है और ब्रह्मभोज भी कर दिया है। प्रीति इस बात से दुखी हो गई थी। उसने फिर तीन-चार बार अपने पिता को फोन किया था, ताकि वह पुलिस को सच्चाई बता दें और चारों निर्दोष लड़के जेल के बाहर आ जाएं। पर, उसके पिता ने ऐसा करने से मना कर दिया।

पिता, मां, दादी और बहन ने की थी लाश की शिनाख्त

बुंडू पुलिस का कहना है कि जिस दिन एनएच पर एक ख्0 वर्षीय युवती की लाश बरामद हुई थी, उसी दिन बुंडू से एक इंजीनियर की किडनैपिंग भी हुई थी। पुलिस फोर्स इंजीनियर को छुड़ाने में बिजी थी। इसी बीच पुलिस ने युवती की लाश को रिम्स के मॉर्चुएरी में रखवा दिया था। इस दौरान पुलिस को पता चला कि बुंडू में जिस युवती की लाश मिली है, वह चुटिया से लापता सुरेश सिंह की बेटी प्रीति है। इस बाबत चुटिया थाने में एक सनहा भी दर्ज कराया गया था। दर्ज सनहा के आधार पर पुलिस ने पहले प्रीति की सहेली पिंकी को पकड़ा। पिंकी ने ही पुलिस को जानकारी दी कि वह धुर्वा के अजीत से प्रेम करती थी। पिंकी के बयान पर चुटिया पुलिस ने धुर्वा जाकर अजीत समेत तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर थाना ले आई और उनसे घटना के बारे में कबूल करवाया। इसके बाद बुंडू पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। प्रीति के परिजन बुंडू पहुंचे, तो बुंडू पुलिस ने परिजनों को शिनाख्त करने के लिए पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दिया। पोस्टमॉर्टम हाउस में प्रीति के पिता, मां, दादी और बहन ने लाश की शिनाख्त की और बताया कि वह लाश प्रीति की ही है। शिनाख्त होने के बाद परिजनों ने बुंडू पुलिस को लिखित रूप से जानकारी दी कि वह लाश प्रीति की है। इसके बाद पुलिस ने उस लाश को प्रीति के परिजनों को सौंप दिया था।

पुलिस पता लगा रही कि पिंकी ने झूठ क्यों कहा

इस पूरे मामले में सवाल उठता है कि आखिर पिंकी ने पुलिस से झूठ क्यों बोला। क्यों उसने चारों युवकों को फंसाया? पुलिस अब यह पता करने में जुट गई है कि आखिर पिंकी ने अजीत, अमरजीत, मोनू और विकास को किसके कहने पर निशाना बनाया। साथ ही इसकी भी जांच हो रही है कि चुटिया पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद विस्तारपूर्वक छानबीन क्यों नहीं की। डीएसपी रामसरेख राय का कहना है कि जब प्रीति के पिता ने मान लिया था कि जली हुई अवस्था में मिली लड़की की लाश प्रीति की ही है, तो उनलोगों ने उसके ही बयान पर तीनों आरोपियों को रेप का आरोप लगाकर जेल भेज दिया था। मर्डर केस में आरोपी को क्म्7 के तहत लाभ नहीं मिल जाए, इसके लिए पुलिस ने नियम के मुताबिक कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल कर दी।

प्रदीप और पिंकी के सामने आने पर ही खुलेगा राज

एसएसपी प्रभात कुमार ने भी प्रीति से घंटों पूछताछ की। पूछताछ में प्रीति ने वही बातें दोहराईं, जो उसने डीआईजी को अपने बयान कहा है। अब रांची पुलिस प्रदीप विश्वकर्मा और पिंकी के सामने आने का इंतजार कर रही है। पुलिस का मानना है कि दोनों के पुलिस के सामने आने पर ही पूरे मामले का खुलासा हो पाएगा। पुलिस पिंकी की तलाश में जुटी हुई है।

कोर्ट में क्म्ब् के तहत आज दर्ज होगा बयान

मंगलवार को कोर्ट में भादवि की धारा क्म्ब् के तहत प्रीति का बयान दर्ज किया जाएगा। पुलिस सोर्सेज के मुताबिक, पुलिस अब नए सिरे से पूरे कांड की जांच करेगी और निर्दोष युवकों को जेल से बाहर निकालेगी। बाद में पुलिस प्रीति के परिजनों पर भादवि की धारा ख्0क् (पुलिस को गलत इनफॉर्मेशन देने) व भादवि की धारा क्9फ् (सबूत छिपाने) के तहत मामला दर्ज करेगी।

Posted By: Inextlive