Bareilly : वह पोएट कॉमेडियन सटायरिस्ट हैं. पॉलिटिकल और सोशल अफेयर्स उनके फेवरेट सब्जेक्ट्स हैं. वह एक बार हंसने की झड़ी लगाते हैं तो हंसी को रोक पाना मुश्किल हो जाता है. तिरंगे पर लिखी उनक ी कविता के लिए खुद राष्ट्रपति उन्हें सम्मानित कर चुके हैं. आगरा के ऑटोमोबाइल इंजीनियर प्रताप फौजदार की प्रतिभा किसी से छुपी नहीं है. आपने भी उन्हें द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज सीजन 2 में हंसी की फुहारे छोड़ते देखा है. वह एक पर्सनल फं क्शन में बरेली आए तो आई नेक्स्ट से खास मुलाकात की. पर इस मुलाकात में कॉमेडियन के दिल में बसा दर्द उजागर हो गया. आइए जानते हैं आई नेक्स्ट से क्या शेयर किया प्रताप फौजदार ने...


कॉमेडी रियल्टी शो लॉफ्टर चैलेंज में जाने का मौका कैसे मिला?मैं एक कवि सम्मेलन के लिए बंगलौर गया था, वहीं राजू से मेरी मुलाकात हुई। वह उस समय द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज सीजन 2 के लिए प्रतिभाओं की तलाश कर रहे थे। उन्होंने मुझे ऑडीशन देने के लिए कहा। ऑडीशन के बाद, सेलेक्टर्स ने मुझे दोबारा आने को कहा। पर उस समय मुझे आगरा आकर अपनी फैक्ट्री के लिए समय देना था, तो मैंने उनसे उसी समय फाइनल डिसीजन के लिए कहा। कुछ देर बात करने के बाद सेलक्टर्स ने मुझे लाफ्टर चैलेंज का टिकट दे दिया।कॉमेडी के बदलते स्वरूप पर आपकी क्या राय है?
वल्गर पंच के बढ़ जाने से अब कोई कॉमेडी शो फैमिली के साथ देखने लायक नहीं रह गया है। कॉमेडी का स्तर गिरता जा रहा है। दरअसल, नए कॉमेडियंस किसी ना किसी को कॉपी करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में ऑरिजिनाल्टी पूरी तरह से गायब हो गई है। आखिर कॉमेडी का स्तर क्यों गिरता जा रहा है?


कॉमेडी का स्तर गिरने की सबसे बड़ी वजह इसका कॉमर्शियल होना है। कॉमेडी के नाम पर ज्यादा से ज्यादा पॉपुलैरिटी हासिल करने की ललक ने ही कॉमेडियंस को इस पर मजबूर किया है। जब वह हेल्दी कॉमेडी नहीं कर पाते हैं, तब वह शॉर्टकट्स का सहारा लेते हैं। पर वह यह नहीं जानते कि यह शॉर्टकट्स लांग टाइम में कॉमेडी की दुनिया को ही नहीं बल्कि उनके लिए भी हार्मफुल साबित होंगे। एक कॉमेडियन के रूप में किसे अपना गुरु मानते हैं?कॉमेडियन के रूप में मेरे गुरु तो मि। बीन हैं। वह कुछ ना बोलकर भी दर्शकों को हंसने पर मजबूर करते रहते हैं। मैं यह मानता हूं कि सेंस ऑफ ह्यूमर तो सभी में जन्मजात संवेग के रूप में होता है, पर कुछ लोग ही इसे निखार पाते हैं। वास्तव में, कॉमेडी से अच्छी मेडिसिन और कोई नहीं हो सकती। आप एक ऑटोमोबाइल इंजीनियर हैं, गियर पाट्र्स की फैक्ट्री के ओनर हैं। साहित्य के प्रति इतनी रुचि कैसे पैदा हुई?यह सही है कि मैं एक टेक्निकल फील्ड का व्यक्ति हूं, पर मुझे हिंदी लिट्रेचर पढऩे का शौक  स्कूल टाइम से था। मैंने भांड और मिरासी की प्रस्तुतियां भी देखी हैं। मुझे हिंदी राइटर्स नरेंद्र कोहली और रामधारी सिंह दिनकर से प्रेरणा मिलती है। मुझे उनका साहित्य बहुत पसंद है। मेरा खंडकाव्य प्रतिशोध और दो हिस्ट्री बुक्स शाही वीरवर गोकुल सिंह और सिख योद्धा हरि सिंह पब्लिश हो चुकी हैं। फिर कब पर्दे दिखाई देंगे?

मैंने कॉमेडी सर्कस का सीजन 1 किया। कुछ टाइम के बाद मुझे लगा कि मैं कॉमेडी के साथ खिलवाड़ कर रहा हूं। मेरे कुछ फ्रेंड्स ने भी मुझे ऐसे ही फीडबैक दिए, तो मैंने वह शो छोड़ दिया। वैसे भी यह सुनने से ज्यादा दिखने का शो था। शायद मैं इसके लिए इम्परफेक्ट था। कोई बेहतर ऑप्शन मिलेगा तो मैं पर्दे पर जरूर नजर आऊंगा। फिलहाल मैं महुआ टीवी का एक भोजपुरी शो कर रहा हूं। Report By- Nidhi Gupta

Posted By: Inextlive