विहिप नेता प्रवीण तोगडि़या को लेकर कुछ राज्‍य सरकारों ने नो इंट्री लगा रखी है. पिछले कुछ समय से अपने आपत्तिजनक बयानों के कारण विहिप को काफी ओलचना झेलनी पड़ रही है. इसी के चलते आलोचकों ने अब प्रवीण तोगडि़या को निशाने पर रखा है.

कर्नाटक के बाद असम
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के नेता प्रवीण तोगड़िया पर कर्नाटक के बाद असम में भी रैली व सभा करने से रोक लगा दी गई है. असम के सीएम तरुण गोगोई ने उनकी इंट्री पर रोक लगा दी है. गोगोई का कहना है कि, 'तोगड़िया जैसे लोग प्रदेश में नहीं आने चाहिए, जो इसे जलते अंगारों पर रखना चाहते हैं. वह हमारे प्रदेश के मेहमान नहीं बन सकते हैं.' फिलहाल सीएम के इस बयान के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया और गुवाहाटी में होने वाले विहिप सम्मेलन में तोगड़िया के आने पर रोक लगा दी गई.
माहौल बिगाड़ने का आरोप
गुरुवार को मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए विहिप के खिलाफ सख्त रवैया अपनाया. एक कार्यक्रम के बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि असम के लोग ऐसे नेताओं का मंतव्य समझते हैं. डिजिटल युग में हम विहिप के आठ बच्चे पैदा करने जैसे ख्याल नहीं मान सकते. मुख्यमंत्री के रवैये के बाद जिला प्रशासन ने धारा 144 लगाते हुए तोगड़िया पर सम्मेलन में बोलने या उनकी रिकॉर्डिंग को चलाने पर प्रतिबंध लगा दिया.
हिंदू सम्मेलन पर लगी रोक
गुवाहाटी पुलिस आयुक्त ज्योतिर्मय चक्रवर्ती ने बताया कि विहिप नेता उलुबारी स्थित विहिप कार्यालय गए थे फिर कामाख्या मंदिर में भी गए, लेकिन हिंदू सम्मेलन में उनके जाने पर रोक लगा दी है. हालांकि विहिप असम इकाई के प्रचार प्रमुख एसडी सिन्हा ने इसे असंवैधानिक बताया है. उनका कहना है कि, कानून-व्यवस्था का डर दिखाकर हिंदू सम्मेलन पर रोक लगाई जा रही है, जोकि किसी भी तरीके से उचित नहीं है. इससे हमारे स्वतंत्रता के अधिकार का हनन होगा.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari