शालिनी की हालत बेहद नाजुक हो चुकी है. लाइफ सपोर्ट सिस्टम के जरिए उसकी सांसें तो चल रही हैं लेकिन डॉक्टर्स ने घरवालों को जवाब दे दिया है.


डॉक्टर्स का कहना है कि शालिनी को अब दवा की नहीं दुआ की जरूरत है। कोई चमत्कार ही कुछ कर सकता है। शालिनी को खोने के डर से फैमिली मेंबर्स का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने मामले में स्कूल के तीन स्टूडेंट्स पर मुकदमा दर्ज कराने का फैसला किया है।

हर treatment हो रहा बेअसर

मुरारीलाल चेस्ट हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर लेटी शालिनी जिंदगी की जंग हारती जा रही है। मंडे को उसकी कंडीशन ज्यादा खराब हो गई। दोपहर को मेडिकल रिपोर्ट में शालिनी का टीएलसी टेस्ट 24000 निकला जबकि संडे को टीएलसी 21000 थी। बता दें कि टीएमसी जैसे-जैसे बढ़ती है ऑर्गन्स काम करना बंद करते जाते हैं। बढऩे के साथ ही  ब्लड प्रेशर और फीवर भी मंडे को बढ़ा हुआ था। कोई भी ट्रीटमेंट और मेडिसिंस शालिनी पर असर नहीं कर रही हैं। डॉक्टर्स की सारी कोशिशें बेकार साबित होती जा रही हैं। मंडे को टीएलसी रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टर्स ने भी हाथ खड़े कर दिए। श्वेता के ताऊ जीपी मौर्या ने बताया कि डॉक्टर्स ने जवाब तो दे दिया है मगर मेडिकल रूल्स की वजह से अभी वेंटिलेटर नहीं हटा रहे हैं। डॉक्टर्स ने कह दिया है कि शालिनी को कोई करिश्मा ही बचा सकता है।

अब students की बारी

स्कूल के खिलाफ फैक्ट्स छिपाने, इंफॉर्मेशन न देने और लापरवाही के लिए मामला दर्ज होने के बाद फैमिली ने अब तीन स्टूडेंट्स पर मुकदमा दर्ज कराने का फैसला किया है। शालिनी के ताऊ जीपी मौर्या ने बताया कि अगर शालिनी को कुछ हो जाता है तो वो हिमांशी, पारस और शिवम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे। उनका आरोप है कि इन्हीं स्टूडेंट्स ने शालिनी को छत से धक्का दिया है।

कम हो गई attendence

इस पूरे घटनाक्रम का असर सीवी रमन इंटर कॉलेज के स्टूडेंट्स पर भी पड़ा है। 24 तारीख से स्कूल में मंथली टेस्ट स्टार्ट हो चुके हैं। हादसे के बाद लगातार स्कूल में पुलिस की आवाजाही से स्टूडेंट्स भी तनाव में हैं। 19 तारीख के बाद से कुछ स्टूडेंट्स स्कूल नहीं आ रहे हैं। स्कूल मैनेजर एमपी सिंह ने भी इस बात की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि हादसे के बाद से अटेंडेंस 15-20 परसेंट कम हो गई है। हर रोज स्कूल में पुलिस देखकर स्टूडेंट्स भी डरे-सहमे रहते हैं। कुछ पेरेंट्स ने बच्चों को स्कूल बस या अकेले भेजने के बजाए खुद उन्हें स्कूल भेजना और लाना शुरू कर दिया है.पेरेंट्स बीच-बीच में फोन करके बच्चों का हाल-चाल ले रहे हैं। जरूरत पडऩे पर बच्चों से बात भी कराई जाती है।

खुफिया पुलिस तैनात

एसपी ग्रामीण एके पांडेय का कहना है कि मुरारी लाल चेस्ट हॉस्पिटल में एसओजी और खुफिया पुलिस तैनात कर दी गई है। शालिनी को देखने आने वाले हर शख्स पर नजर रखी जा रही है.

Posted By: Inextlive