कैरी बैग में कुंभ साहित्य का गिफ्ट हैंपर
पंद्रह दिसम्बर को हेड आफ मिशन के तहत प्रयागराज आएंगे कई देशों के राजनयिक
महत्वपूर्ण तथ्य - सीएम योगी आदित्यनाथ ने राजनयिकों का स्वागत करने के लिए कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को नोडल प्रभारी बनाया है। - पंद्रह दिसम्बर को हेड आफ मिशन के अन्तर्गत अब तक 72 देशों के राजनयिकों के आने की स्वीकृति मिल चुकी है। prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: पंद्रह दिसम्बर का दिन प्रयागराज के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो जाएगा। यहां पांच दर्जन से अधिक देशों के राजनयिकों का जमावड़ा होगा। संगम की रेती पर राजनयिकों के स्वागत-सत्कार और उन्हें यादगार तोहफा देने की जिम्मेदारी मेला प्रशासन ने पर्यटन विभाग को सौंपी है। कमिश्नर डॉ। आशीष कुमार गोयल के निर्देश पर पर्यटन विभाग की ओर से विदेशी अतिथियों को कैरी बैग में कुंभ के इतिहास व उससे जुड़ी मान्यताओं का इतिहास गिफ्ट के रूप में दिया जाएगा। पर्यटन विभाग का रहेगा कैरी बैगकमिश्नर डॉ। गोयल के निर्देश पर पर्यटन विभाग के लखनऊ मुख्यालय से कैरी बैग मंगाया गया है। बैग पर 'चलो कुंभ चलें, चलो कुंभ चलें' का स्लोगन, प्रतीक चिन्ह कुंभ कलश और 'यूपी नहीं देखा तो कुछ नहीं देखा' लिखा रहेगा। बैग में राजनयिकों को कुंभ साहित्य गिफ्ट के रूप में दिया जाएगा। साहित्य के अन्तर्गत प्रयागराज में कुंभ से जुड़ी मान्यताएं, अखाड़ों की परंपरा, प्रमुख स्नान पर्वो की तिथियां और दी जाने वाली सुविधाओं से संबंधित जानकारियों का खजाना रहेगा।
दिव्य कुंभ की देखेंगे तैयारियां विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह की अगुवाई में बम्हरौली एयरपोर्ट से सभी राजनयिक सीधे किला घाट पहुंचेंगे। वहां राजनयिकों को दिव्य कुंभ के अन्तर्गत कराए जा रहे कार्यो का अवलोकन कराने के साथ मेला एरिया का भ्रमण कराया जाएगा। साथ ही मेला के दौरान दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी जाएगी। सभी राजनयिक किला घाट के आसपास अपने देश का ध्वजारोहण करेगा। कुंभ मेलाधिकारी के मुताबिक अभी तक 72 देशों के राजनयिकों के आने की स्वीकृति मिल गई है। राजनयिकों को यादगार तोहफे के रूप में पर्यटन विभाग का कैरी बैग दिया जाएगा। इसमें कुंभ साहित्य का खजाना शामिल किया जाएगा। साथ ही प्रदेश का पर्यटन साहित्य भी राजनयिकों को उपहार स्वरूप प्रदान किया जाएगा। अनुपम श्रीवास्तव, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी