छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : एमजीएम कैंपस के पास स्थित सुलभ शौचालय में सोमवार को मानवता को शर्मसार करने वाली घटना प्रकाश में आई। हालांकि, इसकी जानकारी जब एमजीएम सुपरिंटेंडेंट डॉ। विजय शंकर को हुई तो उन्होंने पदाधिकारियों को भेजकर महिला को हॉस्पिटल में एडमिट कराया। गर्भवती महिला एमजीएम हॉस्पिटल में ही तैनात स्टाफ गुरुवारी देवी के देवर की बेटी है। फिलहाल उसकी स्थिति पहले से बेहतर है।

यह है मामला

सुलभ शौचालय के कैंपस में एक गर्भवती महिला करीब दो बजे से बेहोश पड़ी हुई थी। कुछ लोगों ने इसकी सुचना एमजीएम हॉस्पिटल में तैनात जी अलर्ट एजेंसी के एक महिला गार्ड को दी। लेकिन उसने नजरअंदाज कर दिया। करीब पांच बजे जब इसकी सुचना एमजीएम सुपरिंटेंडेंट को मिली तो उन्होंने तत्काल उपाधीक्षक डॉ। भारतेंदु भूषण को मौके पर भेजकर महिला को हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया।

स्ट्रेचर पर उठाकर बंद गेट से टपाया गया गर्भवती को

सुलभ शौचालय में पड़ी गर्भवती को स्ट्रेचर के सहारे बंद गेट के उपर से टपाया गया। दरअसल, एमजीएम हॉस्पिटल से सुलभ शौचालय आने के रास्ते में एक गेट पड़ता है। जो आधा बंद है। यह शौचालय निजी होने के कारण हॉस्पिटल कैंपस के गेट को बंद कर दिया गया है।

बेहोश पड़ी थी महिला, गार्ड पी रहे थे चाय

महिला जिस वक्त बेहोश पड़ी हुई थी, उस वक्त गार्ड चाय की चुस्की ले रहे थे। वह अपने-अपने ड्यूटी पोस्ट को छोड़कर एक जगह पर ही जमे हुए थे। जबकि इस दौरान घटना से करीब सभी सुरक्षाकर्मी अवगत थे

Posted By: Inextlive