आम तौर पर कामकाजी गर्भवती महिलाओं को बच्चे के जन्म के बाद आधिकारिक छुट्टी मिलती है. लेकिन इटली में सरकारी प्रसारक आरएआई के नियम थोड़े अलग हैं.

यहाँ नियम ये है कि अगर आप अल्पअवधि के अनुबंध पर काम करती हैं और गर्भवती हो जाती हैं तो बच्चे के जन्म से पहले ही आपकी स्थाई रूप से छुट्टी की जा सकती है। यानी गर्भवती होने पर नौकरी से ही निकला जाएगा।

आलोचकों का कहना है कि ये इटली के संविधान के ख़िलाफ़ है जो लैंगिक समानता की बात करता है। इस नियम के कारण आरएआई को महिला संगठनों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

पहले तो आरएआई ने ये कह कर बात टाल दी कि उसने कभी इस अधिकार का इस्तेमाल नहीं किया है। लेकिन विरोध प्रदर्शनों के बाद अब उसका कहना है कि वो कर्मचारियों के अनुबंध नए सिरे से लिखने के लिए तैयार है।

विडंबना की बात ये है कि इस समय आरएआई की प्रमुख और देश की श्रम मंत्री ख़ुद महिला हैं। इटली की वर्तमान सरकार में कई महिलाएँ हाईप्रोफ़ाइल ओहदों पर हैं। इतना ही नहीं कर्मचारी संघ और देश के सबसे बड़े ट्रेड यूनियन की प्रमुख भी इनदिनों महिला हैं।

श्रम मंत्री एल्सा फ़ॉरनेरा महिला समर्थक बयानों के लिए जानी जाती हैं। वे इस बात पर जो़र देती रही हैं कि समाज को बदलना होगा ताकि इटली में औरतें आगे बढ़ सकें।

बीबीसी संवाददाता का कहना है कि सरकारी प्रसारक में महिलाओं को लेकर हुआ विवाद दर्शाता है कि अभी इटली को कई क़दम उठाने होंगे ताकि औरतों को समान मौके मिल सकें। ख़ासकर ऐसी महिलाओं के लिए जो माँ और कामकाजी हैं।

Posted By: Inextlive