10

फीट (3 मीटर) सबसे कम और 35 फीट (11 मीटर) सबसे अधिक है यमुना की गहराई

68

फीट (20 मीटर) है दिल्ली में यमुना नदी की गहराई

10

फीट (3 मीटर) है आगरा में यमुना नदी की गहराई

30

फीट (9 मीटर) है इलाहाबाद में यमुना नदी की गहराई

इलाहाबाद से दिल्ली तक राष्ट्रीय जलमार्ग बनाने की तैयारी

शुरू हुआ सर्वे, 1098 किमी का होगा जलमार्ग

ALLAHABAD: गंगा की लहरों पर इलाहाबाद से हल्दिया तक 1640 किलोमीटर का राष्ट्रीय जलमार्ग-1 पहले से चिह्नित है। अब गंगा के बाद यमुना की धारा पर दूसरा सबसे लंबा इलाहाबाद से दिल्ली तक 1089 किलोमीटर लंबा जलमार्ग बनने जा रहा है। इस पर काम शुरू हो गया है। केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के आदेश पर सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे सफल रहा तो गंगा के साथ ही यमुना की जलधारा पर भी पानी के जहाज चलेंगे। ये न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा देंगे बल्कि पर्यावरण प्रदूषण को रोकने में भी सफल साबित होंगे।

निकलेगा एक और जलमार्ग

31 वर्ष पहले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पहल पर 1986 में इलाहाबाद से हल्दिया तक राष्ट्रीय जलमार्ग-1 बनाया गया था। इस पर जहाज के साथ ही क्रूज भी चलाए गए थे। बाद में प्रोजेक्ट इनलैंड वाटर वे अथॉरिटी ऑफ इंडिया में मर्ज हो गया। नेशनल वाटर-वे इलाहाबाद टू हल्दिया बनने के 31 वर्ष बाद इलाहाबाद से ही एक और नेशनल वाटरवे-110 इलाहाबाद टू दिल्ली बनने जा रहा है। इस बार प्रोजेक्ट में गंगा नहीं यमुना नदी को चिह्नित किया गया है।

जल्द ही आएगा सर्वे जहाज

आईडब्ल्यूएआई इलाहाबाद के अधिकारियों ने बताया कि 1089 किलोमीटर लंबे नेशनल वाटर वे-110 को डेवलप करने के लिए सर्वे शुरू हो गया है। केंद्रीय परिवहन मंत्रालय ने हरी झंडी दे दी है। अगले तीन महीने में फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही नोएडा हेड ऑफिस से जहाज भेजा जाएगा। उसके थ्रू इलाहाबाद से दिल्ली तक वाटर लेवल का सर्वे किया जाएगा। पता किया जाएगा कि कहां कितना पानी है? कहां-कहां रेजिंग के साथ वाटर लेवल बढ़ाने की जरूरत है। सब कुछ ठीक रहा तो एक साल में जहाज चलने लगेंगे।

परिवहन मंत्रालय की प्लानिंग

परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इलाहाबाद से दिल्ली नेशनल वाटर वे को टूरिज्म बेस वाटर वे के रूप में विकसित करने की प्लानिंग की है। इससे आगरा, मथुरा व इलाहाबाद को जोड़ा जाएगा। इस वाटर वे के विकसित होने के बाद देश की राजधानी दिल्ली में आने वाले विदेशी पर्यटक इलाहाबाद तक पानी के जहाज से सफर का आनंद ले सकेंगे। वहीं दिल्ली पहुंचने का एक और मार्ग बन जाएगा।

यमुनोत्री से निकली हैं यमुना

यमुना नदी यमुनोत्तरी पर्वत से निकलकर सहारनपुर जिले के फैजाबाद गांव के समीप मैदान में आती है। उस समय इसके तट तक की ऊंचाई समुद्र सतह से लगभग 1276 फीट रहती है। फिर यह दिल्ली, आगरा से होती हुई इलाहाबाद में गंगा नदी में मिल जाती है।

परिवहन मंत्रालय की पहल से इलाहाबाद को जल्द ही एक नई पहचान मिलेगी। 1640 किलोमीटर के सबसे बड़े नेशनल वाटर वे के बाद अब एक और दूसरा बड़ा नेशनल वाटर वे भी इलाहाबाद से ही निकलेगा, जो इलाहाबाद के लिए एक उपलब्धि होगी।

सेन दादा

आईडब्ल्यूआई, इलाहाबाद

Posted By: Inextlive