- यात्रा तैयारियों को लेकर गढ़वाल आयुक्त डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने अफसरों से किए सवाल

- गढ़वाल आयुक्त ने अफसरों को लगाई कड़ी फटकार, यात्रा तैयारियों को लेकर गंभीर होने के निर्देश

RISHIKESH: चार धाम सहित श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा की तैयारियों को लेकर गढ़वाल आयुक्त डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने अफसरों से सवाल किए. इस दौरान कई अधिकारी बगले झांकने लगे. इस पर गढ़वाल आयुक्त ने अधिकारियों को फटकार लगाई. आयुक्त ने अधिकारियों को यात्रा तैयारियों को लेकर गंभीरता बरतने के निर्देश दिए.

यात्रा तैयारियों की हुई समीक्षा

नगर निगम सभागार में मंडे को आयोजित बैठक में मंडलायुक्त डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने यात्रा मार्ग से जुड़े सभी जनपदों के सक्षम अधिकारियों और विभाग के प्रमुख अधिकारियों की ओर से की जा रही यात्रा तैयारियों की समीक्षा की. विभागों ने जब अपनी तैयारी रिपोर्ट सामने रखी तो मंडलायुक्त ने कहा कि पिछली कई बैठक में यही सब कुछ दोहराया जाता रहा है. धरातल पर प्रभावी योजना बनाई जानी चाहिए. वर्ष 2008 में जब वह जिलाधिकारी थे तब से लेकर अब तक चार धाम यात्रा संचालन केंद्र ऋषिकेश में हेल्प सेंटर स्थापित करने की बात कही जाती रही है. मगर, अब तक व्यवस्था नहीं हो पाई है. आइजी अजय रौतेला ने यात्रा काल में पुलिस व्यवस्था की जानकारी देते हुए बताया कि परिवहन विभाग को चेक पोस्ट के लिए अलग से 25 होमगार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे. बैठक में निदेशक पर्यटन एस रविशंकर, सीडीओ टिहरी आशीष बुडगई, रुद्रप्रयाग एनएस रावत,चमोली हंसा दत्त पांडे, उत्तरकाशी प्रशांत आर्य, आरटीओ दिनेश पठोई, सिटी मजिस्ट्रेट हरिद्वार जगदीश लाल, एसपी ग्रामीण परमेंद्र डोभाल, सीओ हरिद्वार अभय प्रताप सिंह, सीओ ऋषिकेश बीबीएस रावत, आरएससी चंद्र सिंह धर्मशक्तु, नगर आयुक्त ऋषिकेश चतर सिंह चौहान, उप जिलाधिकारी ऋषिकेश प्रेमलाल, एआरटीओ डॉ. अनीता चमोला, वैयक्तिक सहायक यात्रा प्रशासन एके श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे. स्वास्थ्य निदेशालय के अधिकारी ने जब यात्रा मार्ग पर चिकित्सकों की तैनाती संबंधी आंकड़े प्रस्तुत करने शुरू किए तो आयुक्त ने सवाल किया कि यात्रा काल में सबसे ज्यादा किस वक्त श्रद्धालुओं की मृत्यु होती है. जवाब में अधिकारी चुप्पी साध गए. आयुक्त को जवाब देना पड़ा की उन्होंने इस पर अध्ययन किया है. जून और जुलाई में सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की यात्रा मार्ग पर मृत्यु होती है. उन्होंने कहा कि विभाग डाटा के साथ प्लान तैयार करे. सेनिटेशन की समस्या पर आयुक्त ने कहा बस व यात्रा वाहन चालक अपने पसंद के ढाबों पर वाहनों को रोकते हैं. अब ऐसा नहीं होगा. यात्रा मार्ग पर स्थित जिन ढाबा और होटलों में शौचालय की सुविधा उपलब्ध होगी वहीं वाहन रोके जाएंगे.

Posted By: Ravi Pal