Meerut : शाहरुख खान की चेन्नई एक्सप्रेस ने भले ही कुछ ही दिनों में 100 करोड़ की कमाई की हो लेकिन 100 करोड़ से ऊपर की जनसंख्या वाले इस देश के लोग महंगाई एक्सप्रेस को बिल्कुल भी पसंद नहीं कर रहे हैं.


इस एक्सप्रेस के पहले डिब्बे पर बैठा प्याज पब्लिक को खून के आंसू रुला ही रहा था, अब घर के बाकी घरेलू सामान ने भी लोगों की रफ्तार में ब्रेक लगा दी है। आइए जानते हैं कि महंगाई एक्सप्रेस ने लोगों की जिंदगी में किस तरह की हलचल पैदा कर दी है। इस एक्सप्रेस में कौन सा सामान कहां बैठा है प्याज की रफ्तार सबसे तेज


मौजूदा समय में प्याज ने सबसे तेज छलांग लगाई है। सीधा जनरल डिब्बे से प्याज ए-क्लास की कैटेगिरी में आ गया है। अगर हम अप्रैल क स्थिति की बात करें तो रिटेल में प्याज के रेट 20 रुपए प्रति किलो थे और मंडी में 10 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रहे थे। अगस्त में रिटेल में जबरदस्त उछाल लगाते हुए अपना भाव 80 रुपए पहुंचा दिया। जबकि मंडी में 50 रुपए के हिसाब से बिक रहा है। बाकी सब्जियों के भाव भी सातवें आसमान पर हैं। दालों भी तेज

लोगों की प्रॉब्लम यहीं खत्म नहीं हुई है। इस महंगाई एक्सप्रेस के दूसरे कोच में सभी तरह की दालें विराजमान हैं। सभी दालों की कीमतों 15 से 20 फीसदी का इजाफा हुआ है। सबसे ज्यादा तेजी सफेद राजमा में देखने में मिली। जहां सफेद राजमा की कीमत अप्रैल में 90 रुपए प्रति किलो ग्राम थी वहीं अब 110 रुपए करा हो गया। नॉर्मल और ब्रांडेड आटे की कीमतों में भी काफी इजाफा हुआ। ब्रांडेड आटा 22 रुपए से 25 रुपए किलो पहुंच गया। ताज्जुब की बात ये रही कि सरसो और रिफाइंड ऑयल में कीमतें घटी हैं। प्याज से सस्ते हैं फ्रूट  मौजूदा समय में जहां प्याज 80 रुपए किलो में बिक रहा है। तो वहीं प्रीमीयर क्लास आने वाला फ्रूट सेब की कीमत 50 रुपए प्रति किलो हैं। वहीं केला, मौसमी, पपीता और बब्बूभोसा के रेट मार्केट में मात्र 40 रुपए किलो हैं। जाते हुए सीजन में आम ने कुछ छलांग जरूर मारी है। लेकिन उसकी डिमांड काफी कम है। वहीं अनार ने भी अपने आप को प्रीमियर कैटेगिरी में रखा हुआ है। अनार मार्केट में 100 रुपए प्रति किलो बिक रहा है। तो ये है प्याज का सफरनामा

देश के ज्यादातर हिस्से में प्याज की सप्लाई नासिक की मंडी से ही की जाती है। नासिक के आसपास प्याज की पैदावार काफी ज्यादा होती है। देवला, लासलगांव, पीपलगांव, उमराना आदि एरिया से नासिक मंडी प्याज पहुंचती है। यहीं से देश के दूसरे स्टेट में प्याज सप्लाई होती है। नासिक में जब तक प्याज के रेट कम नहीं होंगे ये महंगाई एक्सप्रेस अपनी स्पीड से दौड़ती रहेगी।साइट्स पर छाया प्याजसोशल नेटवर्किंग साइट्स पर प्याज ने एक अच्छी खासी पहचान बना ली है। प्याज पर ट्विट करने वाले लोगों ने प्याज पर खुल कर अपने विचार रखे, जिनमें से कुछ सीरियस थे तो कुछ ने लोगों को हंसाया भी। तो कुछ ने अपने फेसबुक और ट्विटर बॉक्स पर प्याज का कंपैरीजन कई ऐसी चीजों से किया, जिससे प्याज और उनकी तुकबंदी पूरी तरह सटीक बैठी। आइए जानते हैं लोगों ने अपनी  सोशल नेटवर्किंग साइट्स  पर क्या पोस्ट किया1. एक जनाब ने बप्पी लाहिड़ी के फेमस सांग को मोल्ड कर प्याज पर गाना बनाया ‘प्यययययययययययााााााज प्याज.प्याज.प्याज। चाहिए थोड़ा प्याज, थोड़ा प्याज चाहिए’।2. तो एक जनाब प्याज पर कहने की हसरत कुछ इस पूरी कर रहे हैं ‘एक विज्ञापन में दूल्हा पान पराग की जगह पान मसाला की डिमांड करता है। अब प्याज के मामले में दूल्हा कहेगा हमें कुछ नहीं चाहिए, लेकिन बरातियों का स्वागत प्याज से होना चाहिए’।3. तो एक साहब ने चाइना को प्याज की खेती करने की सलाह दे डाली। उसने लिखा किअब तो चाइना को प्याज की खेती करनी शुरू कर देनी चाहिए, क्योंकि चाइनीज माल सस्ता होता है।
"नवीन मंडी और सदर के रेट में 20 फीसदी का अंतर मिलेगा। वहीं मंडी से रेहड़ी वालों के रेट में 40 से 50 फीसदी का अंतर है। सब्जियां महंगी हुई है। खासकर प्याज जो ढाई किलो लेकर जाता था वो अब आधा किलो लेकर जाता है." - भारत सोनकर, सब्जी विक्रेता, सदर"अप्रैल से अगस्त तक के बीच में दालों और बाकी सामानों के रेट में काफी अंतर देखने को मिला है। इस बीच चावल और सफेद राजमा के रेट में काफी अंतर देखने को मिल रहा है." - विकास गोयल, विक्रेता, छज्जूमल अनिल कुमार किराना मर्चेंट

Posted By: Inextlive