अस्थाई से लेकर स्थाई परमिट के शुल्क में हुई वृद्धि

यात्रियों को भी देना होगा अतिरिक्त किराया

Meerut. चुनावी दौर में महंगाई आपके दरवाजे पर दस्तक दे रही है. इस बार माध्यम बनी है कमर्शियल वाहनों की परमिट फीस. अब इसके लिए ट्रांसपो‌र्ट्स को ओर अधिक जेब ढीली करनी पडे़गी. अभी तक अस्थाई मोटर कैब के परमिट के लिए जो नि:शुल्क आवेदन कर सकते थे, उसके लिए अब 500 रुपये फीस निर्धारित कर दी गई है. इससे अतिरिक्त सभी प्रकार के स्थाई व अस्थाई परमिट की फीस में इजाफा किया गया है. इससे न सिर्फ माल ढुलाई वाले ट्रांसपोर्ट बल्कि टैक्सी, कैब, प्राइवेट बस आदि से यात्रा करने वाले लोगों पर भी किराए का अतिरिक्त बोझ पड़ सकता है.

परमिट फीस में बदलाव

पहले अब

अस्थायी परमिट के आवेदन 0 500 रूपये

अस्थाई परमिट मोटर कैब 500 600 रूपये

अस्थाई परमिट ओमनी बस 1000 1200 रूपये

परमिट नवीनीकरण एक मंजिल वाहन 6000 7500 रूपये

परमिट नवीनीकरण तीन मंजिल वाहन 7500 9000 रूपये

परमिट नवीनीकरण प्राइवेट सेवायान 7350 4500 रूपये

बड़ी टैक्सी 2000 4500 रूपये

बड़ी टैक्सी स्टेट के लिए नवीनीकरण 3750 5000 रूपये

मोटर टैक्सी नवीनीकरण 1000 2000 रूपये

मोटर टैक्सी नवीनीकरण नेशनल 3200 5000 रूपये

चुनाव तक नहीं बढ़ेगा रेट

ट्रांसपोर्टर गौरव शर्मा ने बताया कि नए रेट रिवाइज हुए हैं. इससे माल भाडे़ पर फर्क पडे़गा, लेकिन अधिक फर्क नहीं आएगा, क्योंकि ये पांच साल के लिए जमा होता है. फिलहाल चुनाव तक रेट नहीं बढ़ाया जाएगा. उधर ट्रेवल एजेंट कमल ने कहा कि इस इजाफे से लोकल मोटर कैब व टैक्सी चालकों को फर्क पडे़गा और वो किराया बढ़ाएंगे, क्योंकि परमिट की फीस भी किराए से ही वसूली जाएगी.

व्यवसायिक परमिट के लिए मुख्यालय स्तर पर फीस रिवाइज की गई है. यह ऑनलाइन प्रक्रिया है इसके तहत लोकल कोई बदलाव नहीं करना पड़ता. पांच साल के लिए फीस जमा होती है इसलिए अधिक फर्क नहीं पडे़गा.

श्वेता वर्मा, एआरटीओ

Posted By: Lekhchand Singh