सिविल कोर्ट परिसर से 19 दिसंबर की दोपहर को फरार कैदी ने ट्रेन के टॉयलेट में बैठकर दो घंटे में अपनी हथकड़ी काटी थी.

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RANCHI: सिविल कोर्ट परिसर से 19 दिसंबर की दोपहर को फरार कैदी ने ट्रेन के टॉयलेट में बैठकर दो घंटे में अपनी हथकड़ी काटी थी। इसके लिए उसने लोहा काटने वाली आरी तक खरीदी थी। हथकड़ी काटने के बाद वह आराम से फरार हो गया। यह खुलासा तब हुआ जब सोमवार को पुलिस ने उसे पुरानी रांची इलाके स्थित उसके घर से धर दबोचा। पुलिस उसे पेशी के लिए कोर्ट लेकर गई थी लेकिन पेशी नहीं हो सकी अब मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसके बाद जेल भेज दिया जाएगा। कैदी का नाम सत्येंद्र वर्मा है।

क्या है घटना
विदित हो कि 19 दिसंबर को कैदी उस वक्त फरार हो गया था, जब उसे गिरफ्तारी के बाद सिविल कोर्ट स्थित मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेशी के लिए लाया जा रहा था। कोतवाली पुलिस उसे गाड़ी से उतारकर कोर्ट में पेश करने ले जा रही थी। उसके साथ दो पुलिसकर्मी भी थे। इसी दौरान पुलिस को चकमा देकर वह फरार हो गया था। उसके पीछे पुलिस दौड़ती रही, लेकिन वह भागने में सफल रहा था। इसके बाद से ही उसकी खोजबीन में पुलिस जगह-जगह छापेमारी कर रही थी।

क्यों हुई थी अरेस्टिंग
सत्येंद्र वर्मा पर जगन्नाथ अस्पताल में भर्ती मरीज अनिल उरांव के भाई राजीव उरांव ने कोतवाली थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उसने उस पर मोबाइल चोरी का आरोप लगाया था। दर्ज प्राथमिकी में बताया था कि 18 दिसंबर की रात करीब 11.30 बजे केबिन में घुसकर वह मोबाइल की चोरी कर रहा था। इसी दौरान वह पकड़ा गया था। इसके बाद मरीज के परिजनों ने उसे पुलिस को सौंपा था। पूछताछ में उसने चोरी की बात स्वीकार की थी।

Posted By: Inextlive