Unwanted calls ने बढ़ाई परेशानी
आ रहे हैं unwanted calls
ट्राई ने यह प्रोविजन कर रखा है कि ‘डू नॉट कॉल’ रजिस्टर करवाने के बाद अनवांटेड कॉल्स नहीं आएंगे। इसके अगेंस्ट फाइन का भी प्रोविजन है, लेकिन इसके बावजूद इस तरह की प्रॉब्लम सामने आ रही है।
टेलीमार्केटिंग कंपनियों ने इसका दूसरा रास्ता खोज निकाला है। इसके जरिए वे डीएनडी के तहत रजिस्टर्ड कॉलर्स को भी कॉल कर या मैसेजेज भेज कर अपने प्रोडक्ट्स की जानकारी दे रही हैं। मैसेज कर डोनेशन की डिमांड की जाती है या फिर लॉटरी में लाखों डॉलर निकलने की इंफॉर्मेशन दी जाती है। इनमें वैसी कंपनियां शामिल हैं जो रजिस्टर्ड नहीं हैं। इस कारण उनपर ट्राई का जोर भी नहीं चल पा रहा। हालांकि ट्राई अब ऐसी कंपनियों से निपटने के लिए नया रेगुलेशन लाने की तैयारी कर रहा है।
'मैं जब अपने क्लाइंट्स के साथ मीटिंग में रहता हूं उस वक्त कई अनवांटेड कॉल्स आ जाते हैं। रिसीव करने पर पता चलता है कि वह मेरी जरूरत का नहीं था। उधर से या तो किसी प्रोडक्ट की जानकारी दी जाती है या फिर इंश्योरेंस प्लान समझाया जाता है। इससे काफी खीझ होती है.'
-अनिल पांडेय, टाटा ब्लूस्कोप
'बिजनेस के सिलसिले में मुझे कई जगह जाना पड़ता है। कई बार रिलैक्स मूड में भी रहता हूं ऐसे वक्त अनवांटेड कॉल्स व एसएमएस आने से काफी मेंटल प्रॉब्लम होती है.'
-आर के सिंहानिया, बिजनेसमैन