52 कलस्टर बने प्रदेश में बुनकरों के उत्थान के लिए

18 मेरठ संभाग में व 34 बनारस संभाग में हैं,

240 बुनकर हैं हापुड़ के कलस्टर में

हापुड़, बागपत के बुनकरों व बुलंदशहर के कारीगरों को मिलेगा लाभ

Meerut। प्रदेश में बुनकरों के उत्थान के लिए 52 कलस्टर बनाए गए हैं। बुनकरों की आर्थिक व सामाजिक स्थिति सुदृढ करने के लिए उत्पादों की ई-मार्केटिंग अमेजन द्वारा की जाएगी। सोमवार को कमिश्नर सभागार में जनपद हापुड़ में कार्यरत हथकरघा समिति/ब्लॉक लेवल कलस्टर के द्वारा विकसित व उत्पादित हथकरघा वस्त्रों की ई-मार्केटिंग कराने के संबंध में एक बैठक कमिश्नरी सभागार में हुई।

मिलेगा उचित लाभ

बैठक में कमिश्नर अनीता सी। मेश्राम ने हापुड़ व बागपत की खेकड़ा तहसील के बुनकरों व बुलंदशहर के चीनी मिट्टी के बर्तनों (पॉटरी) की बिक्री अमेजन द्वारा कराने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने बताया कि हापुड के बुनकरों के उत्पादों को अमेजन पर ब्रिकी से पूर्व बुनकरों की फरवरी के प्रथम या द्वितीय सप्ताह में वर्कशॉप आयोजित की जाएगी।

एमओयू साइन हो चुका

कमिश्नर ने बताया कि भारत सरकार द्वारा अमेजन से एमओयू साइन किया जा चुका है। प्रदेश में बुनकरों के 52 कलस्टर हैं, जिसमें से 18 मेरठ संभाग में व 34 बनारस संभाग में हैं, उन्होंने बताया कि भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय द्वारा मैसर्स हथकरघा प्रोजेक्ट औद्योगिक उत्पादन सहकारी समिति लि। रामगढ़ी हापुड़ को हापुड कलस्टर के लिए कार्यदायी संस्था बनाया गया है। हापुड़ के कलस्टर में 240 बुनकर हैं। सहायक कमिश्नर हथकरघा एवं वस्त्र उद्योग सुनील यादव, उपनिदेशक डब्लूएसई आर चटर्जी, अधीक्षक वस्त्र बनारसी प्रसाद आदि इस दौरान मौजूद थे।

Posted By: Inextlive