RANCHI : झारखंड बिजली वितरण निगम (जेबीवीएनएल) को प्रोफेशनल्स के हवाले करने के प्लान पर विराम लगता नजर आ रहा है। एनर्जी डिपार्टमेंट ने साल 2015 में ही जेबीवीएनएल को कॉरपोरेट सेक्टर की तर्ज पर प्रोफेशनल तरीके से संचालित करने के लिए प्रोफेशनल्स को नियुक्त करने का फैसला लिया था। लेकिन, तीन साल में प्रोफेशनल्स की नियुक्ति नहीं हो सकी। लेकिन, अब इसे रद करने का फैसला ले लिया गया है। ऐसे में जेबीवीएनएल के संचालन व वर्क कल्चर में प्रोफेशनल्स के जरिए बदलाव लाने की योजना को गहरा धक्का लगा है।

क्या है पूरा मामला

जेबीवीएनएल में चेयरमैन, सीएमडी और एमडी से जुडे़े पदों पर बहाली के लिए 2017 में आवेदन मांगे थे। इस बाबत कई लोगों ने अपनी-अपनी योग्यता के अनुकूल आवेदन भी सबमिट किए थे। तमाम आवेदन चयन प्रक्रिया शुरू करने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन अब इन सभी पदों पर होने वाली बहाली को लेकर सभी आवेदनों को रद कर दिया है। हालांकि, निगम के संचालन के लिए क्या स्ट्रैटजी बनाई जाएगी, इसपर भी निर्णय नहीं हो पाया है।

जेबीवीएनएल को बनाना था 'कॉरपोरेट'

जेबीवीएनएल में प्रोफेशनल्स को रिक्रूट करने के पीछे एनर्जी डिपार्टमेंट का मकसद इसे कॉरपोरेट सेक्टर बनाना था, ताकि वर्क कल्चर में प्रोफेशनलिज्म दिखे। इससे न सिर्फ निगम को मजबूत बनाने में मदद मिलती, बल्कि मैन पावर को भी काफी कुछ फायदा होता। इस बाबत सीएमडी समेत सभी अलग-अलग निगमों के लिए भी एमडी व डायरेक्टर के लिए वैकेंसी निकाली गई थी। इसके लिए वे ही आवेदन कर सकते थे, जिनके पास इंजीनियरिंग के अलावा एमबीए की डिग्री थी।

Posted By: Inextlive