i reality check

जंक्शन और ट्रेनों में बेचा जा रहा है दूसरी कंपनियों का ड्रिंकिंग वॉटर

रेलवे ने केवल रेल नीर ही बेचने का जारी किया है आदेश

शो केस में रेल नीर और पैसेंजर्स को दिया जा रहा 20 वाला बोतल

balaji.kesharwani@inext.co.in

ALLAHABAD: मौसम में तल्खी बढ़ने के साथ ही ट्रेनों और स्टेशन पर बोतलबंद पानी की डिमांड बढ़ गई है। इस बढ़ती डिमांड को देखते हुए प्लेटफॉर्म और ट्रेनों में मिनरल वॉटर की ब्लैक मार्केटिंग शुरू हो गई है। जबकि पैसेंजर्स को सस्ती दर पर ठंडा और साफ पानी देने के लिए रेलवे ने प्लेटफॉर्म पर और ट्रेन में पैसेंजर्स को रेल नीर दिया जाना कम्पलसरी किया है। मंगलवार को दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने रिपोर्टर ने इलाहाबाद जंक्शन के प्लेटफार्म के साथ ही दिल्ली-हावड़ा रूट पर दौड़ने वाली हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस में रियलिटी चेक किया तो कालाबाजारी की हकीकत कुछ यूं सामने आई

स्पॉट-1

प्लेटफॉर्म नंबर: 3, समय: 1.30 बजे

रिपोर्टर इलाहाबाद जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 2-3 पर पहुंचा। यहां कोई ट्रेन नहीं प्लेस हुई थी। ट्रेन के इंतजार में पैसेंजर्स बैठे हुए थे। रिपोर्टर ने प्लेटफॉर्म पर स्थित स्टॉल पर नजर दौड़ाई तो रेलवे के अधिकृत स्टॉल पर चारों तरफ रेल नीर की बोतल काउंटर में लगी हुई थी। लेकिन थोड़ी ही देर में पता चला जो दिख रहा है, वह पूरा सच नहीं है। रिपोर्टर ने देखा कि एक व्यक्ति प्लास्टिक के बोरे में पानी की कई बोतल लेकर आता हुआ दिखाई दिया। प्लेटफॉर्म नंबर दो पर दिल्ली एंड की ओर स्थित स्टॉल पर व्यक्ति रुका। उसने बोरे में से मिनरल वॉटर की कई बोतलें निकालीं, जो रेल नीर नहीं बल्कि दूसरे कंपनी की थीं। इन्हें वहां बेचने के लिए रख दिया गया।

स्पॉट-2

प्लेटफॉर्म नंबर: 1, समय: 2.10 बजे

दोपहर करीब दो बजे हावड़ा से जोधपुर जाने वाली हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची। हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर एक पर रुकी। लेकिन प्लेटफार्म नंबर दो पर कुछ लोगों में हलचल शुरू हो गई, जो हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस के पैंट्री कार में पानी की बोतलों से भरे कार्टन को सप्लाई कर रहे थे। पैंट्रीकार के कर्मचारी पानी से भरे कार्टून को पैंट्रीकार के स्टोर रूम में रखते जा रहे थे। इस पूरी हरकत को रिपोर्टर ने अपने कैमरे में कैद किया।

स्पॉट: 3

स्थान: हावड़ा जोधपुर एक्सप्रेस, समय: 2.15 बजे

रिपोर्टर हावड़ा-जोधपुर एक्सप्रेस के पैंट्रीकार में पहुंचा। यहां मेन गेट पर ही पानी की बोतलों का कार्टन रखा था। लेकिन वह रेल नीर नहीं बल्कि एक्वारिस कंपनी का था। जब पैसेंजर्स से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि प्यास लगने पर उन्होंने 20 रुपए बोतल पानी खरीद कर पिया है। लेकिन बोतल बंद पानी रेल नीर नहीं बल्कि दूसरी कंपनी का था।

रेल नीर की रियलिटी

15 रुपए बोतल रेल नीर की एक बोतल का फुटकर रेट कस्टमर को। यही एमआरपी भी है।

10.25 रुपए में रेल नीर की एक बोतल मिलती है स्टॉल मालिकों व पैंट्री कार संचालकों को

4.75 रुपए का दुकानदारों को मिलता है फायदा प्रति बोतल

अन्य कंपनियों के पानी का गणित

10 रुपए में दुकानदारों को मिलता है अन्य कंपनियों का मिनरल वॉटर।

20 रुपए होती है इस बॉटल पर एमआरपी।

10 रुपए की सीधी इनकम होती है दुकानदारों को।

अब अमेठी में बन गया रेल नीर का प्लांट

इलाहाबाद स्टेशन पर अभी तक रेल नीर की सप्लाई अन्य राज्यों में स्थित रेल नीर प्लांट से हो रही थी। लेकिन अब अमेठी में रेल नीर का प्लांट शुरू हो गया है। इसके बाद पूरी यूपी में रेल नीर की सप्लाई तेज हुई है। इलाहाबाद जंक्शन पर पर डे 8230 बोतल रेल नीर की सप्लाई हो रही है।

कॉलिंग

रेलवे ने हर सामान का रेट निर्धारित कर रखा है, लेकिन निर्धारित रेट पर कुछ नहीं मिलता है, तो फिर पानी का बोतल क्यों मिलेगा?

-अमरेंद्र कुमार

प्लेटफॉर्म हो या ट्रेन पानी की बोतल मांगने पर रेल नीर को छोड़ दूसरी कंपनी का बोतल ही दिया जाता है। रेल नीर तभी मिलता है जब रेल नीर मांगा जाता है।

-पृथ्वी सिंह

जब प्यास लगती है तो फिर पैसा और ब्रांड दिखाई नहीं देता है। बोतल मांगने पर वेंडर और स्टॉल संचालक जो भी बोतल देता है, उसे ले लिया जाता है। बदले में एमआरपी के मुताबिक पैसा दिया जाता है।

-लखपत राम

प्लेटफार्म हो या फिर ट्रेन अब दूसरी कंपनियों का बोतल बंद पानी बेचना नियम के खिलाफ है। रेलवे के इस आदेश से सभी को अवगत कराया जा चुका है। इसके बाद भी अगर स्टॉल ऑर पैंट्रीकार संचालक नहीं मानते हैं तो जांच के बाद कार्रवाई होगी।

सुनील कुमार गुप्ता

पीआरओ

इलाहाबाद मंडल

Posted By: Inextlive