RANCHI प्रभु जी उठे हैं, प्रभु सचमुच जी उठे हैं। संत मारिया कैथेड्रल में संडे को सुबह छह बजे जब कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो ने यह घोषणा की, तो मसीही समुदाय में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। पास्का रविवार को आयोजित समारोही मिस्सा के मुख्य अनुष्ठानकर्ता कार्डिनल तेलेस्फोर पी टोप्पो थे। उन्होंने कहा कि यहां हमारे सामने पास्का मोमबत्ती जल रही है। यह पुनर्जीवित प्रभु येसु मसीह की हमारे बीच उपस्थिति का चिह्न है। कल रात हमने पुनर्जीवित यीशु ख्रीस्त की ज्योति देखी। वे अंधकार को आलोकित करते हैं और दुनिया से अंधकार को दूर भगाते हैं। पास्का जागरण के समारोह द्वारा हम इस ज्योति में प्रवेश करते हैं।

नए और पुराने विधान को है जोड़ती

मौके पर कार्डिनल ने कहा कि प्रभु यीशु का पुनरुत्थान, नए विधान का पास्का पूरे वर्ष की पूजन विधि का और मसीही विश्वास का केंद्र और आधार है। यह इतिहास की वह संधि है, जो पुराने और नए विधान को जोड़ती है और विभाजित करती है। पास्का की नई ज्योति के साथ मानव मुक्ति का नया इतिहास शुरू हुआ, जो प्रभु यीशु के दूसरे आगमन तक जारी रहेगा। यही कारण है कि पास्का काल अर्थात पास्का रविवार से पेन्तेकोस्त तक, पूजन में पुराने विधान से कोई पाठ शामिल नहीं किया गया है। उसके बदले पहले पाठ में प्रेरित चरित को शामिल किया गया है। पुनर्जीवित मसीह ही हर विश्वासी के लिए जीवन के स्रोत हैं। हम पुनर्जीवित प्रभु यीशु के जीवन के सहभागी हैं। उन्होंने यूखरिस्तिीय भोजन के रूप में अपने आप को हमें प्रदान किया है। पास्का रविवार के मौके पर शहर की विभिन्न चर्चो में सुबह में प्रार्थना सभा हुई और इसमें बड़ी संख्या में मसीही विश्वासियों ने हिस्सा लिया।

Posted By: Inextlive