- पटना यूनिवर्सिटी के सौ स्टाफ्स हैं प्रमोशन के इंतजार में

- बार-बार टाल-मटोल का नया हथकंडा अपना रहा है यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन

PATNA : पटना यूनिवर्सिटी के नॉन टीचिंग स्टाफ्स को सरकार की ओर से मिलने वाले फैसिलिटी फाइलों में जकड़ कर रह गरी है। स्टाफ्स के प्रमोशन, ग्रेच्यूटी आदि पर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन टाल-मटोल की पॉलिसी पर काम कर रहा है।

सेक्सन ऑफिसर के क्क् पद खाली

प्रमोशन के अभाव में सेक्सन ऑफिसर के क्क् पद खाली पड़े हुए हैं। कर्मचारी लगातार राह जोह रहे हैं कि कमेटी की बैठक होगी तो प्रमोशन होगा, लेकिन पीयू में तत्काल ऐसा होता नहीं दिख रहा है।

सौ नॉन टीचिंग को ख्00भ् से प्रमोशन का इंतजार

पटना यूनिवर्सिटी के सौ के करीब नॉन टीचिंग स्टाफ ख्00भ् से प्रमोशन के इंतजार में हैं। स्टाफ्स द्वारा इसके लिए बार-बार आंदोलन किया गया। दबाव में आकर पीयू ने टाल-मटोल के लिए नया रास्ता निकाला। सर्चिग कमेटी बनाकर प्रमोशन के लिए स्क्रीनिंग की जिम्मेवारी वर्तमान में नालंदा यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ रास बिहारी सिंह को ख्009 में सौंपी गई थी। कमेटी ने अपनी रिर्पाट यूनिवर्सिटी को सौंप दी। डॉ रास बिहारी सिंह कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद कर्मचारियों ने दबाव बनाया। दबाव के बाद पीयू एडमिनिस्ट्रेशन ने प्रमोशन के लिए कमेटी का बैठक की डेट निकाला लेकिन बैठक एक बार भी नहीं हो पायी। कर्मचारियों के अनुसार छह प्रमोशन के लिए मीटिंग की डेट तो निकाली गयी लेकिन मीटिंग नहीं हो पायी।

कई प्रकार के बकाया है पीयू के पास

पटना यूनिवर्सिटी के स्टाफ्स की हड़ताल के टाइम का लगभग एक माह का वेतन सहित कई प्रकार का बकाया है। बकाया के कारण कर्मचारियों ने ख्ब् नवंबर से आंदोलन जारी रखा है। कई दौर वार्ता के बाद स्टाफ्स ने यूनिवर्सिटी को क्भ् जनवरी तक का समय दिया है। इस दौरान स्टाफ्स ने एजुकेशन मिनिस्टर सहित कई अधिकारियों से भेंट की।

एक स्टाफ की मौत के कारण पूरी यूनिवर्सिटी शोक के माहौल में है। अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दे सकता हूं।

- सुधीर कुमार श्रीवास्तव, रजिस्ट्रार, पीयू

Posted By: Inextlive