PATNA: हाइकोर्ट के वकील हत्यांकांड में 72 घंटे बाद ही खुलासा कर लिया गया है। प्रॉपर्टी डीलर ताजुद्दिन ने ही 6 लाख रुपए में हत्या की सुपारी दी थी। इसके बाद चार शूटरों ने दिनदहाड़े उनकी हत्या कर दी थी। मामले में अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है। डीआईजी पटना राजेश कुमार ने शनिवार को कहा कि वकील की हत्या के लिए पिछले 6 महीने पहले साजिश रची गई थी। पहले भी तीन बार शूटर हत्या का प्रयास कर चुके थे लेकिन कामयाब नहीं हो पाए थे। चौथे एटेंप्ट में शूटर अपने मंसूबे में कामयाब हो गए। उन्होंने बताया कि इस मामले में मृतक वकील की पत्नी की भी अहम भूमिका है। उसने ब्रोकर से रुपए लिया था। दरअसल, पति से विवाद के उसकी नजर उस जमीन पर थी। इस कारण उसने ये पूरा खेल रचा।

आरोपियों तक ऐसे पहुंची पुलिस

परिवार के बयान

मृतक जितेंद्र के भाई ने पुलिस को बताया था कि खगौल की 80 डिसमिल जमीन की पॉवर ऑफ अटॉर्नी ताजुद्दिन के नाम हो गया है। जबकि जितेंद्र ने उसे दिया ही नहीं। जांच में पता चला कि साले की गवाही से पॉवर ऑफ अटॉर्नी ताजुद्दिन के नाम पर बनी।

सीसीटीवी फूटेज

पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला। फूटेज में दिखा कि घटना के समय ब्लू कलर की अपाची और लाल रंग की हीरो गाड़ी दिखी। पुलिस ने फुटेज से आरोपियों की निशानदेही की और सभी थाने में उनकी फोटो भेजी गई। सभी जगह से से इन बाइकर्स के बारे में पुलिस सुराग खंगाल रही थी।

मुखबिर

पुलिस अपने मुखबिर के माध्यम से क्लू खंगाल रही थी। इस दौरान उन्हे एक सूचना मिली कि सुपारी किलिंग गिरोह का सरगना वेटनरी कॉलेज के पास आने वाले हैं। पुलिस वहां घेराबंदी करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास देसी पिस्टल और पांच जिंदा कारतूस बरामद हुआ।

Posted By: Inextlive