छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : वीमेंस कॉलेज में बीएड एडमिशन में गड़बड़ी की जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने और कॉलेज की प्रोफेसर इंचार्ज डॉ सुमिता मुखर्जी को हटाए जाने पर वीसी को आकर सफाई देने की मांग को लेकर 24 मार्च से धरना पर बैठी रेडिकल यूथ एंड स्टूडेंट्स हेल्पलाइन की प्रेसिडेंट अर्चना सिंह की हालत गुरुवार को काफी बिगड़ गई। वीसी को बुलाने की मांग पर अडिग अर्चना की हालत ज्यादा खराब होने के बाद एक समझौता हुआ और उसके बाद उसे हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया।

डॉक्यूमेंट्स गायब होंगे तो प्रिंसिपल होंगी जिम्मेवार

अर्चना सिंह की हालत लगातार खराब होने और मांगों केयू से किसी तरह का रिस्पांस नहीं मिलने के बाद मजिस्ट्रेट यस्मिता सिंह से प्रिंसिपल को बुलाकर बात करवाई। उसके बाद कॉलेज की पि्रंसिपल डॉ सुजाता सिन्हा, एआईएचआर के भीष्म सिंह और एबीवीपी के कार्यकर्ता के सिग्नेचर से एक समझौता हुआ जिसमें लिखा गया कि कॉलेज की पूर्व प्रिंसिपल के खिलाफ हुई ऑडिट जांच और बीएड एडमिशन में गड़बड़ी से रिलेटेड कोई भी डॉक्यूमेंट्स जरुरत पड़ने पर अवेलबल कराएंगी और डॉक्यूमेंट्स कॉलेज में सुरक्षित रहेंगे।

हॉस्पिटल जाने को तैयार नहीं

गुरुवार को दिन भर अर्चना को हॉस्पिटल ले जाने की कोशिश होती रही। दोपहर में जांच के लिए डॉ स्वर्ण सिंह पहुंचे। इससे पहले पेन किलर का इंजेक्शन भी अर्चना को दिया जा चुका था। स्वर्ण सिंह ने अर्चना को तुरंत एडमिट कराने की सलाह दी। एंबुलेंस भी पहुंच चुका था। महिला पुलिस ने कई बार अर्चना को एंबुलेंस तक ले जाने की कोशिश की पर वह हॉस्पिटल जाने को बिल्कुल भी तैयार नहीं थी। उस समय बिस्टुपुर थाना इंचार्ज जितेंद्र कुमार, डीएसपी पीसीआर जसिंता केरकेट्टा और मजिस्ट्रेट यस्मिता सिंह वहां प्रजेंट थीं। बिस्टुपुर थाना इंचार्ज ने वीसी से फोन पर बात की। वीसी ने कहा कि वे रांची में हैं।

अब यूनिवर्सिटी घेरने की तैयारी

अर्चना सिंह के सपोर्ट में धरना स्थल पर बैठे लोगों ने कहा कि वीसी चाईबासा में बैठते हैं इसलिए वे उनकी मांगों को इग्नोर नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि अब यूनिवर्सिटी का घेराव किया जाएगा और वीसी से सारे सवालों का जवाब मांगा जाएगा। मंगलवार को यूनिवर्सिटी का घेराव करने की बात उन्होंने कही।

वर्जन

मैं तो उस पेपर पर साइन नहीं करना चाहती थी पर करना पड़ा। करप्शन से रिलेटेड कोई डॉक्यूमेंट्स कॉलेज से गायब नहीं होने की बात लिखा था उसमें। मैंने तो किसी तरह के भ्रष्टाचार में शामिल हूं नहीं। उन्हें वीसी से ही बात करनी चाहिए। मैं भी सारी जानकारी वीसी को दूंगी।

- डॉ सुजाता सिन्हा, प्रोफेसर इंचार्ज वीमेंस कॉलेज

धरना खत्म हो गया। अर्चना को हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया गया है। एक समझौता हुआ जिसके बाद धरना खत्म हो गया। प्रिंसिपल से वे बात करना चाहते थे। प्रिंसिपल ने बात की और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी मांगों का ख्याल रखा जाएगा।

- जसिंता केरकेट्टा, डीएसपी पीसीआर

Posted By: Inextlive