- पिछले 27 सालों से लटका हुआ मुआवजे का मामला

- बकाया भुगतान 80 रुपए स्क्वायर मीटर के हिसाब से होना है भुगतान

Meerut : जहां एक ओर शताब्दी नगर योजना की जांच की संस्तुति हो गई है। वहीं वेद व्यासपुरी के किसानों ने मुआवजे के लिए प्राधिकरण के अधिकारियों की नाक मे दम कर दिया है। उनका मसला पिछले ख्7 सालों से लटका हुआ है। साथ ही वो अपनी जमीन का कब्जा भी प्राधिकरण को दे चुके हैं। ऐसे प्राधिकरण ने उनके साथ बैठक करने की डेट मंगलवार की रखी है।

होनी थी आज बैठक, वीसी का घेराव

प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ मुआवजे को लेकर आज वेदव्यास पुरी के किसानों के साथ बैठक होनी थी, लेकिन प्राधिकरण के अधिकारियों ने किसानों के साथ की बैठक को टाल दिया। जिससे गुस्साए किसान वीसी के कमरे जा पहुंचे। उनके साथ समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष जयवीर सिंह भी मौजूद थे। किसानों ने अपनी डिमांड को लेकर वीसी का घेराव किया। उन्होंने कहा उनके मुआवजे को लेकर देरी क्यों की जा रही है?

पहले शासन का जवाब

किसानों को शांत करने के बाद अधिकारियों ने कहा कि शताब्दी नगर में बढ़ा हुआ देने की जांच बैठ गई है। साथ ही शासन की ओर से जवाब तलब किया गया है। पहले इस मसले को सुलझाया जाएगा। उसके आपके मसले को सुलझाने का काम किया जाएगा। प्राधिकरण के चीफ इंजीनियर आईएस सिंह के कहा कि सभी किसानों की मुआवजे की गणना की जा रही है। ऐसे में थोड़ा वक्त चाहिए। उसके बाद ही बात की जाएगी। चीफ इंजीनियर ने किसानों से मंगलवार तक का समय मांगा है। मीटिंग में किसानों की ओर से गजेंद्र सिंह पार्षद, सत्यपाल सिंह, प्रेम प्रकाश, अनिल चौधरी, कृष्ण कुमार, राजपाल सिंह आदि मौजूद थे।

ये है मामला

सबसे पहले क्987 में डीएम की ओर से ख्9 रुपए स्क्वायर मीटर अवॉर्ड तय किया था। लेकिन बाद किसानों ने मुआवजे की राशि को बढ़ाने की मांग की। वर्ष ख्00फ् में इस राशि को ख्ब्भ् रुपए स्क्वायर मीटर कर दिया गया। जिसके बाद किसानों के दबाव में वर्ष ख्00भ् में क्म्भ् रुपए स्क्वायर मीटर के हिसाब से भुगतान कर दिया गया। अब प्राधिकरण को 80 रुपए स्क्वायर मीटर के हिसाब से भुगतान करना है।

किसानों की मुआवजे की गणना की जा रही है। उन्हें मंगलवार को बुलाया जाएगा। फिर उनके साथ बैठकर बात की जाएगी। अभी शासन को शताब्दी नगर के मामले में पूछे गए सवालों का जवाब भेजने में बिजी हैं।

- आईएस सिंह, चीफ इंजीनियर, मेरठ विकास प्राधिकरण

फैक्ट एंड फिगर

- क्987 में लाई गई वेद व्यासपुरी योजना।

- 77म् हेक्टेयर में फैली है योजना।

- सबसे पहले ख्9 रुपए स्क्वायर मीटर तय हुआ था मुआवजा।

- ख्00फ् में मुआवजे की राशि को बढ़ाकर ख्ब्भ् रुपए स्क्वायर मीटर कर दी गई।

- ख्00भ् में क्म्भ् रुपए स्क्वायर मीटर के हिसाब से कर दी गई।

- 80 रुपए स्क्वायर मीटर के हिसाब से करना है भुगतान।

Posted By: Inextlive