- डिजिटल व ऑनलाइन बैंकिंग ने घटाई कैश की जरूरत

- एटीएम के कम होने से बढ़ेगी डिजिटल बैंकिंग की रफ्तार

GORAKHPUR: मार्च 2019 तक देश के आधे एटीएम बंद होने की कंफेडरेशन ऑफ एटीएम इंडस्ट्री की आशंका के बावजूद बैंक से जुड़े अधिकारियों का मानना है कि पब्लिक को ज्यादा समस्या नहीं हो पाएगी। डिजिटल व ऑनलाइन बैकिंग को बढ़ावा मिलने के बाद से कैश यूजर्स में कमी पाई गई है। जिसकी वजह से उम्मीद जताई जा रही है कि अगर एटीएम की संख्या कम भी हो जाती है तो उसकी भरपाई की जा सकती है। मोबाइल व ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए अकाउंट से ही कोई भी पेमेंट किया जा सकता है। नोटबंदी के बाद से जारी हुए नोटों की साइज के अनुसार एटीएम का खांचा बनाने के लिए एटीएम कंपनियों को तीन हजार करोड़ रुपए से अधिक कैपिटल की जरूरत है जिसके अभाव में कंपनियां एटीएम बंद होने की आशंका जता रही हैं।

इंटरनेट बैंकिंग बनेगा विकल्प

मार्केटिंग करने के लिए पहले कैश ही एकमात्र ऑप्शन था। जिससे बैंकों में लंबी लाइनें लगती थीं। एटीएम के कारण पब्लिक को बैंकों से बाहर भी पैसा निकालने की सुविधा हो गई। इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा के बाद से घर बैठे खरीदारी करना आसान हो गया। इसमें एटीएम की तरह पैसा निकालने के लिए जाने की जरूरत भी खत्म हो गई। इसीलिए उम्मीद जताई जा रही है कि आधे एटीएम बंद होने के बाद भी कैश कमी को इंटरनेट बैंकिंग की सविधा से पूरा किया जा सकेगा।

बॉक्स

20 परसेंट एटीएम डिएक्टिव

कंफेडरेशन ऑफ एटीएम इंडस्ट्री के आशंका जाहिर करने से पहले ही शहर के 15 से अधिक एटीएम डिएक्टिव हो चुके हैं। इनमें एसबीआई के एटीएम की संख्या सबसे अधिक है। दो दर्जन एटीएम टेक्निकल प्रॉब्लम्स के कारण खराब पड़े हुए हैं। साथ ही एटीएम यूजर्स की संख्या में भी लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। रोजाना नए अकाउंट खुलवाकर लोग एटीएम कार्ड ले रहे हैं। करीब 40 एटीएम बंद पड़े हुए हैं। इसके अलावा पिछले एक साल में शहर में 28 एटीएम खोले गए हैं।

आरबीआई ने बदले एटीएम के नियम

एटीएम सर्विस प्रोवाइड करवाने वाली कंपनियों की संख्या पहले 60 के आसपास थी। आरबीआई के नियम बदलने की घोषणा के बाद से उनकी संख्या में काफी गिरावट होगी और छोटी कंपनियां बंद हो जाएंगी। आरबीआई की नई गाइड लाइंस को पूरा करने वाली कंपनी के साथ ही वह काम करेगी। जिनमें मेन है, एटीएम में कैश भरने की बजाए पूरे कैसेट को रिप्लेस करना होगा, कैशवैन के साथ हथियार बंद गार्ड अनिवार्य, एटीएम की साइबर सिक्योरिटी को मजबूत करना होगा। कंपनियों के मुताबिक इसके लिए जिस कैपिटल की जरूरत है वह उनके पास नहीं है।

शहर में एटीएम

बैंक ब्रांच एटीएम

एबीआई 74 161 बैंक ऑफ बड़ौदा 9 18

पीएनबी 40 80 इलाहाबाद बैंक 26 17

यूनियन बैंक 19 41

सेंट्रल बैंक 17 15

यूको बैंक 14 11

केनरा बैंक 11 15 ओरियंटल बैंक 6 6

बैंक ऑफ इंडिया 4 9 सिंडिकेट बैंक 7 6

पूर्वाचल बैंक 75 0

इंटरनेट बैंकिंग से सिटी में व्यापार

ऑनलाइन बैंकिंग 15 से 20 करोड़

ई मार्केटिंग 12 से 15 करोड़

एप्स के जरिए मार्केटिंग 4 से 5 करोड़

नोट- सभी आंकड़े मंथली टर्नओवर के हैं।

वर्जन

इंटरनेट बैंकिंग में तेजी से इजाफा हो रहा है। अब आम युवा भी इसका लाभ ले रहे हैं। एटीएम के नंबर कम होने की स्थिति में डिजिटल बैंकिंग से उनकी जरूरतें पूरी हो सकेंगी।

- राकेश अरोरा, डीजीएम पीएनबी

एटीएम बंद करने को लेकर केवल आशंका व्यक्त की गई है। डिजिटल बैंकिंग का प्रसार जिस तरह से हो रहा है, लोग घर बैठे पेमेंट करने में अधिक सुविधा महसूस करते हैं।

- महेश प्रसाद गुप्ता, एडीएम

कोट्स

मार्केटिंग के लिए मैं ऑनलाइन ज्यादा डिपेंड रहता हूं। पेमेंट करने में भी आसानी होती है और यहां पर ऑप्शन भी अधिक होते हैं।

- सुनील कन्नौजिया, प्रोफेशनल

स्र्माट कार्ड से इंटरनेट सर्विस के जरिए मैं अपने 70 प्रतिशत पेमेंट कर लेता हूं। छोटे खर्चो के लिए ही कैश की जरूरत पड़ती है। इसलिए मुझे एटीएम जाने की जरूरत कम होती है।

- आशीष प्रिय अग्रहरी, प्रोफेशनल

Posted By: Inextlive