-एंटीक दीये का कारोबार हुआ डबल, कछुआ और हाथी से बने दीये का है क्रेज

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क्कन्ञ्जहृन् : रोशनी का त्योहार दीपावली पटनाइट्स के लिए खास होने जा रहा है। राजधानी के प्रमुख बाजार एंटीक दीयों से सज गया है। एंटीक दीये को पटनाइट्स ज्यादा पसंद कर रहे हैं। बेली रोड पर सजे बाजार में मिट्टी से बने हाथी, घोड़े और आदमी दीए के आकार में बनाए गए हैं। जिसे खास तौर पर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से मंगाया गया है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने शहर के कई बाजारों का मुआयना किया तो पता चला कि पिछले साल की तुलना इस बार एंटीक दीये की बिक्री डबल हो गया है। आज पढि़ए स्पेशल स्टोरी में बाजार में कितने मूल्य के कौन-कौन से दीये उपलब्ध हैं

बरकरार है एंटीक दीये का क्रेज

दीपावली आते ही झालरों की खरीदारी लोग शुरू कर देते हैं, लेकिन इस बार राजधानी के बाजार में झालरों की तुलना एंटीक दीये की बिक्री ज्यादा हो रही है। गोरखपुर से आए व्यापारी सुरेश ने बताया कि बाजार में एंटीक दीये का ज्यादा क्रेज है। पिछले साल की अपेक्षा इस साल कारोबार डबल हो गया है। लोग झालरों की जगह दीये से अपने घरों को सजाने की तैयारी कर रहे हैं।

कछुआ और हाथी वाले दीये हैं खास

दीपावली को खास बनाने के लिए पटनाइट्स न सिर्फ प्लेन दीये की खरीदारी कर रहे हैं बल्कि अपने घरों को सजाने के लिए एंटीक दीये की खरीदारी ज्यादा कर रहे हैं। दीये बनाने वाले कारीगर विनोद ने बताया कि हाथी के आकार के दीये को भगवान गणेश का प्रारूप मानकर लोग इसे ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं। इसके साथ ही कछुआ और नारियल के आकार में बने दीये को भी लोग अधिक पसंद कर रहे हैं।

पिछले साल की अपेक्षा इस साल एंटीक दीये का कारोबार डबल हो गया है। लोग अपने घरों को सजाने के लिए इसे खरीदारी कर रहे हैं।

-कुमार शंकर, व्यापारी

पटना में इलेक्ट्रिक झालर की डिमांड अभी भी है। लेकिन इस बार लोग झालर की अपेक्षा एंटीक दीये ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं।

-चन्द्रभान, व्यापारी

Posted By: Inextlive