-स्थापना दिवस पर जारी होगी तस्वीर, फोटो भेजने पर मिलेगा प्रशस्ति पत्र

-पब्लिक को दी गई जिम्मेदारी, कामकाज में गुणात्मक सुधार का प्रयास

GORAKHPUR: जिले में यूपी 100 के कामकाज की समीक्षा पब्लिक करेगी। पब्लिक की मदद से डॉयल 100 में बढि़या काम करने वालों को सम्मानित किया जाएगा। पुलिस की वर्किंग में सुधार लाते हुए यूपी पुलिस पर भरोसा बढ़ाने के लिए डीजीपी हेडक्वार्टर ने पहल की है। पब्लिक से फोटो मांगकर अच्छा काम करने वाले पुलिस कर्मचारियों को लखनऊ में सम्मानित किया जाएगा। जिले में यूपी 100 के नोडल अफसर एसपी आदित्य प्रकाश वर्मा ने बताया कि 10 जनवरी को पुरस्कार वितरण होगा। यूपी 100 के दूसरे स्थापना दिवस पर फोटो प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी।

सुधार के लिए ले आए नई योजना

प्रदेश के हर जिले संचालित होने वाले यूपी 100 का कंट्रोल रूम लखनऊ में स्थापित किया गया है। किसी तरह की समस्या सामने आने पर पब्लिक के लोग यूपी 100 को कॉल करते हैं। जीपीएस लोकेशन के जरिए पीआरवी में तैनात पुलिस कर्मचारी पांच से 10 मिनट के भीतर घटना स्थल पर पहुंचते हैं। गोरखपुर जिले से रोजाना कम से कम सौ शिकायतें पीआरवी को मिलती हैं। शहर में जिन जगहों पर फोर व्हीलर नहीं पहुंच सकती। वहां के लिए बाइक सवार यूपी 100 का दस्ता हरदम तैयार रहता है। सूचना मिलने पर कॉलर की मदद के लिए तत्काल टीम को रवाना कर दिया जाता है। पुलिस के विलंब से पहुंचने की शिकायतें भी अक्सर सीनियर अफसरों को मिलती है। ऐसे में पीआरवी के काम की गुणवत्ता में सुधार के लिए पुरस्कार की योजना प्रदेश पुलिस के मुखिया ने बनाया है।

अच्छे काम की फोटो भेज सकेगी आम पब्लिक

सूचना देने पर पीआरवी पीडि़तों की मदद के लिए पहुंचती है। ऐसे में उनका उत्साह बढ़ाने के लिए पुरस्कृत करने की योजना भी बनी है। किसी घटना स्थल, स्पॉट या सहयोग के दौरान कोई भी पुलिस कर्मचारियों की फोटो बनाकर मुख्यालय को भेज सकता है। इस फोटो के जरिए पुलिस कर्मचारियों के कामकाज के बारे में बताना होगा। अच्छे काम की तस्वीरें मुख्यालय पर भेजने वालों को रजिस्टर्ड कर लिया जाएगा। एक समीक्षा के बाद जिले भर की पीआरवी टीम के पुलिस कर्मचारियों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले की तलाश की जाएगी।

स्टॉफ भेजता था फोटो, चुने जाते पीआरवी ऑफ द डे

पीआरवी के अच्छे कामों की फोटो उनके सहयोगी ही भेजते रहे हैं। सूचना मिलने पर मदद के लिए पहुंचने वाली पीआरवी टीम के बेस्ट वर्क के लिए रोजाना पीआरवी ऑफ द डे को चुना जाता है। सोशल मीडिया के जरिए पीआरवी के काम को प्रसारित किया जाता है। लेकिन इस योजना में विभागीय के कर्मचारियों के अलावा आम लोगों को जोड़ दिया गया है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि कई बार उनकी टीम अच्छी तस्वीरें बनाने में चूक जाती है। ऐसे में पीआरवी के घटनास्थल पर पहुंचने, बदमाशों की धर-पकड़ करने, एक्सीडेंट में घायलों को अस्पताल पहुंचाने, आग लगने पर बुझाने सहित अन्य किसी अच्छे काम की सराहना नहीं हो पाती।

सोशल साइट्स पर वायरल होंगी तस्वीरें

यूपी 100 की ओर से आम पब्लिक के लिए मैसेज जारी किया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति यूपी 100 के पुलिस कर्मचारियों के काम करते हुए तस्वीरें खींचकर सोशल मीडिया पर शेयर कर सकता है। यूपी 100 स्थापना दिवस पर सम्मानित करने के लिए पीआरवी एट वर्क लिखकर फोटो शेयर करना होगा। इसमें चुनी हुई 100 तस्वीरों को गैलरी में लगाया जाएगा। फोटो भेजने वाले व्यक्ति को सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया जाएगा। चुनी की गई तस्वीरों को भेजने वाले लोगों को कार्यक्रम में शामिल होने का मौका भ्ाी मिलेगा।

क्या होगा फायदा

-पीआरवी का रिस्पांस टाइम घटाने में मदद मिलेगी।

-ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा।

-अच्छा करने का मैसेज वॉयरल होने से लोगों का जुड़ाव होगा।

-समय से पहुंचकर पीआरवी दस्ता बेहतर तरीके से परफार्म करेगा।

-पब्लिक की मानीटरिंग से कमियों को आसानी से दूर किया जा सकेगा।

गोरखपुर में मौजूद पीआरवी

पीआरवी दस्ता फोर व्हीलर - 53

पीआरवी दस्ता टू व्हीलर - 32

वर्जन

इस पहल से ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मचारियों का मनोबल ऊंचा होगा। पब्लिक भी हमारी टीम के काम को जान सकेगी। प्रोत्साहन मिलने पर परफार्मेस भी बढ़ेगी। इस दौरान सामने आई कमियों को दूर कर व्यवस्था को दुरुस्त बनाया जाएगा।

आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी ट्रैफिक- नोडल अफसर, यूपी 100 गोरखपुर

Posted By: Inextlive