मेरठ। बिना चुनावी घोषणा के ही मेरठ कॉलेज में प्रचार-प्रसार और पोस्टरबाजी में जुटे प्रत्याशियों को प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने दो दिन में अपने पंपलेट हटाने के निर्देश दिए हैं। यदि पोस्टर नहीं हटते तो कॉलेज चुनाव में इन प्रत्याशियों को अयोग्य घोषित कर देगा। प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने दावेदारों को कॉलेज कैंपस में बाहरी छात्रों को लाने और प्रचार नहीं करने की चेतावनी भी दी है। इसके लिए कॉलेज निरीक्षण करेगा। यदि कोई छात्र प्रचार करता पकड़ा गया तो पुलिस को सौंप दिया जाएगा।

11 दावेदार बैठक में बुलाए

मेरठ कॉलेज में बिना घोषणा के ही चढ़ रहे चुनावी रंग के बीच बाहरी छात्रों के प्रवेश, नारेबाजी और शक्ति प्रदर्शनों के बाद बुधवार को बैठक करते हुए उक्त निर्देश दिए। चीफ प्रॉक्टर डॉ। अलका चौधरी के अनुसार बैठक में 11 दावेदारों को बुलाया गया। सभी से कहा गया कि अभी चुनाव घोषित नहीं हुए हैं। ऐसे में कॉलेज में पोस्टर चस्पा करने, नारेबाजी करने और प्रचार-प्रसार नहीं किया जा सकता। चीफ प्रॉक्टर ने छात्रों से कैंपस में पोस्टर को तुरंत हटाने के निर्देश दिए।

दो दिन का मांगा समय

प्रत्याशियों ने पोस्टर हटाने की शुरुआत भी कर दी है। दावेदारों ने कॉलेज से अंदर और बाहर लगे सभी पोस्टर एवं होर्टिग को हटाने के लिए दो दिन का वक्त मांगा है। चीफ प्रॉक्टर के अनुसार कॉलेज में लगातार निरीक्षण होगा। यदि कोई छात्र प्रचार करता मिला या बिना कार्ड के पहुंचा तो उसे पुलिस को सौंप दिया जाएगा।

कॉलेज प्रशासन द्वारा कुछ दिन पहले भी प्रचार को लेकर माना किया गया था। हालांकि बैठक में प्रचार को लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। जिसके तहत यदि कोई कॉलेज परिसर में प्रचार करता हुआ मिला तो उस पर कारवाई की जाएगी।

डॉ। अलका चौधरी, चीफ प्रॉक्टर, मेरठ कॉलेज

Posted By: Inextlive