पहली बरसात ने ही खोली व्यवस्था की पोल

बक्शी बांध पर लगा पंप हुआ हीट, मोरी गेट पर लगे तीन पाइप हुए लीक, अभी ये हाल तो आगे क्या होगा?

ALLAHABAD: भारी बरसात के साथ ही बाढ़ की स्थिति में शहर के निचले इलाकों में वाटर लॉगिंग न होने पाए, इसलिए बक्शी बांध पर बाढ़ पम्पिंग स्टेशन की स्थापना की गई है। लेकिन 16 जून को हुई हल्की बरसात ने ही व्यवस्था की पोल खोल दी। इस दौरान पंप को चालू किया गया तो मशीन हीट होने लगा। वहीं मोरी गेट पर लगे तीन पाइप लीक मिले। जिसकी जानकारी अधिकारियों को दे दी गई है।

पपिंग स्टेशन पर किया गया साढ़े पांच करोड़ खर्च

अल्लापुर, बाघम्बरी गद्दी, जार्ज टाउन, टैगोर टाउन के साथ ही शहर के निचले इलाके हर साल पानी में डूबते हैं। लेकिन पानी को पंप कर निकालने में पंपिंग स्टेशन फेल हो जाते हैं। 2016 में आए बाढ़ में यही कमी सामने आई थी। जिसे ध्यान में रखते हुए पंपिंग स्टेशन को मजबूत करने का प्लान बनाते हुए करीब साढ़े पांच करोड़ रुपये खर्च किया गया। जिससे नई मशीनों को मंगाया गया। तीन महीने पहले बक्शी बांध पर 30-30 क्यूसेक के तीन नए पंप लगाए गए। साथ ही दस-दस क्यूसेक के दो डीजल और 10-10 क्यूसेक के तीन नए इलेक्ट्रिक पंप लगाए गए। जबकि 60 क्यूसेक के दो पंप पहले से लगे हैं।

कंपनी को दी गई जानकारी

16 जून को शहर में पहली बरसात हुई। जिससे निचले इलाकों में पानी जमा हुआ था। इस पानी को निकालने और चेक करने के लिए जब बक्शी बांध पर लगे दस-दस क्यूसेक के दो नए डीजल पंपों को चालू किया गया तो थोड़ी देर में मशीन हीट करने लगा। जिस पर मशीन लगाने वाली कंपनी को जानकारी दी गई। सोमवार को कंपनी के लोग आकर पंप की जांच करेंगे। पहली बरसात में ही बक्शी बांध का पंप जहां हीट करने लगा। वहीं मोरी गेट पर डाला गया पाइप लीक पाया गया। मोरी गेट पर लगे दस-दस क्यूसेक के तीन पंप पहले से ही खराब पड़े हुए हैं। मोरी गेट के पास जो चेक लगा हुआ है उसे सीवर लाइन डालने के दौरान तोड़ा जा चुका है।

16 जून की बारिश के बाद कर्मचारियों ने पंपिंग स्टेशन को चालू किया तो मशीन हीट करने लगा। साथ ही मोरी गेट पर पाइप लाईन लीक पाया गया। जिसकी जानकारी जिलाधिकारी, कमिश्नर के साथ ही नगर निगम के अधिकारियों को भी दे दी गई है।

कमलेश कुमार, पूर्व पार्षद एवं समाज सेवी

Posted By: Inextlive