पुणे के मालिण गांव में लैंडस्‍लाइडिंग की दुर्घटना से अब त‍क 75 लोगों की जान चली गई है. इस दुर्घटना में तकरीबन 200 लोगों के फसे होने की आशंका थी जो वक्‍त ढलने के साथ धूमिल होती जा रही है.

धूमिल होती उम्मीदें
पुणे के मालिन गांव में मंगलवार रात को घटी लैंडस्लाइंडिंग की घटना में लगभग 75 लोगों की मौत हो चुकी है. रात के अंधेरे में हुए भूस्खलन के मलबे में लगभग 200 लोगों के फसे होने की उम्मीद है हालांकि अब यह उम्मीद धीरे-धीरे धूमिल होती जा रही हैं क्योंकि 200 लोंगों में से 75 लोगों के शवों को बाहर निकाला जा चुका है. इसके साथ ही चार दिन के ऑपरेशन के बाद इस मलबे से लोगों के जिंदा बचे होने की उम्मीदें धूमिल होती जा रही हैं. इस दुर्घटना में मरने वालों में 28 पुरुष, 32 महिलाएं और 10 बच्चे शामिल हैं.
बारिश ने रोका ऑपरेशन
इस दुर्घटना में फसे लोगों की जान बचाने के लिए चल रहे ऑपरेशंस को बारिश के चलते बार बार रोकना पड़ा. हालांकि स्थानीय प्रशासन एनडीआरएफ की कई टीमों के साथ मिलकर पुरजोर तरीके से जिंदा बचे लोगों को निकालने की कोशिश कर रहा है. महाराष्ट्र के राहत और पुर्नवास मंत्री पतंगराव ने कहा है कि रेस्क्यू ऑपरेशन अभी दो दिन और चल सकता है. इस ऑपरेशन में 300 लोगों की एनडीआरएफ टीम लगी है.

शुरू हुए सामुहिक अंतिम संस्कार

हादसे में मरे लोगों के शवों के मिलने के साथ ही मलिण गांव में सामुहिक अंतिम संस्कारों का एक दौर शुरू हो गया है. अपने सगे संबंधियों की भूस्खलन हादसे में मौत के साथ ही गांव में रिश्तेदारों का तांता लग गया है.
मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये और पुर्नवास
राज्य सरकार ने इस हादसे में मरे लोगों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. इसके साथ ही सरकार इनके पुर्नवास की भी व्यवस्था करेगी.

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Posted By: Prabha Punj Mishra