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PATNA : भले ही लोकसभा चुनाव निपट गया लेकिन नेताजी सेहत से जुडे़ खतरे का अंबार खुले में छोड़ गए हैं. हम बात कर रहे हैं प्रचार सामाग्री के तौर पर जमकर उपयोग किए गए पॉलीविनाइल क्लोराइड (पीवीसी) का. इस बार के चुनाव में भी इससे बने पोस्टर, होर्डिग आदि का जमकर प्रयोग किया गया है. पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न करने के नाते चुनाव आयोग ने राजनीतिक पार्टियों को इसका प्रयोग नहीं करने की सख्त हिदायत दी थी. लेकिन पार्टियों ने इसकी जरा भी परवाह नहीं की और पर्यावरण में कई टन कचरा छोड़ गए. पटना में भी पार्टियों के द्वारा इसका जमकर प्रयोग हुआ है. हां, भले ही ऐसे बैनर, पोस्टर सार्वजनिक स्थानों से हटा लिए गए हैं लेकिन इसका बुरा असर सदा के लिए कायम रहता है.

इस खतरे पर चर्चा भी नहीं

चुनाव में आचार संहिता के विभिन्न पहलुओं पर कई प्रकार की चर्चा हुई मीडिया और इससे इतर भी. लेकिन पीवीसी प्रचार सामग्री का प्रयोग करना और इसके बदले इको फ्रेंडली रिसाइकिल कागज और सूती कपड़े की प्रचार सामाग्री का प्रयोग नहीं करना भी आचार संहिता उल्लंघन करार कर दिया जाता तो शायद स्थिति कुछ और होती. तब यह समस्या ही नहीं होती.

निकलती है घातक गैस

पीवीसी पर हीट और केमिकल मेटेरियल का कोई फर्क नहीं पड़ता है. प्रयोग के बाद इसे भले ही कचरा में फेंक दिया जाए लेकिन यह जमीन के नीचे पहुंचकर अंडरग्राउंड वाटर तक को प्रदूषित कर देता है. यदि इसे जलाया जाए तो मानव जीवन के लिए घातक गैस निकलती है.

Posted By: Manish Kumar