-टीजीटी हिंदी के इंटरव्यू में अभ्यर्थियों से पूछे गए इतिहास से जुड़े प्रश्न

-सब्जेक्ट से जुड़े प्रश्नों पर अभ्यर्थियों को मिली राहत

ALLAHABAD: माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के पुर्नगठन के बाद सोमवार को टीजीटी हिन्दी के इंटरव्यू की प्रक्रिया शुरू हुई। लिखित परीक्षा के बाद सफल अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया। इस दौरान कुछ अभ्यर्थियों को इंटरव्यू बोर्ड की तरफ से पूछे गए सवालों ने राहत दी, तो वहीं कई ऐसे अभ्यर्थी भी थे, जिनको अन्य बोर्ड के सामने इंटरव्यू के लिए जाना पड़ा। इस दौरान कुछ अभ्यर्थियों को हिन्दी विषय के साथ ही साथ इतिहास से जुड़े या कहें जनरल नॉलेज से जुड़े प्रश्नों का भी जवाब देना पड़ा। ऐसे में विषय के अतिरिक्त प्रश्नों का जवाब देने में अभ्यर्थियों को मुश्किल का सामना करना पड़ा।

तुलसी और कबीर से जुड़े सवाल भी

माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में टीजीटी 2011 के हिन्दी विषय के इंटरव्यू के दौरान तुलसी और कबीर की रचनाओं से जुड़े सवाल भी पूछे गए। इस दौरान इंटरव्यू के लिए बोर्ड की तरफ से सात पैनल का गठन किया गया था। 210 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था। इंटरव्यू में ज्यादातर अभ्यर्थियों से हिन्दी साहित्य, पद्य, गद्य से जुड़े प्रश्न ही पूछे गए। कई अभ्यर्थियों से तुलसीदास के जन्म, मृत्यु से जुड़ी जानकारी के साथ ही उनकी रचनाओं के बारे में प्रश्न पूछे गए। प्रत्येक अभ्यर्थी को इंटरव्यू के दौरान पंाच से 10 मिनट तक इंटरव्यू पैनल के सामने मौजूद रहना पड़ा।

ब्लैक बोर्ड पर दिखाना पड़ा कौशल

कुछ अभ्यर्थियों से इंटरव्यू पैनल ने गद्य और पद्य से जुड़े प्रश्नों का अर्थ ब्लैक बोर्ड पर लिखकर समझाने के लिए कहा। इसमें अभ्यर्थियों के छात्रों को पढ़ाने और उन्हें सरल तरीके से समझाने की योग्यता को परखा गया। अभ्यर्थियों के लिए बोर्ड की तरफ से कोडिंग की व्यवस्था की गई थी। इंटरव्यू के दौरान पूरे समय बोर्ड के पास जैमर का प्रयोग किया गया।

Posted By: Inextlive