लर्निग आउटकम के तहत स्कूलों में बच्चों से की जाएगी जानकारी

गतिविधि और प्रतियोगिताओं में होगा प्रश्नों का प्रयोग

>Meerut। बेसिक प्राइमरी और अपर प्राइमरी स्कूलों में बच्चों की पढ़ाई का आउटकम समझने के लिए अब शिक्षा विभाग प्रश्न बैंक तैयार कराएगा। इस प्रश्न बैंक के जरिए स्कूलों में बच्चों के सीखने और सिखाने का परीक्षण किया जाएगा। राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की ओर से इसके लिए जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान और स्कूलों के टीचर्स से प्रश्न तैयार करने के लिए कहा गया है।

एक्टिविटी में हाेगा प्रयोग

प्रश्न बैंक बनाने के लिए इसमें भाग लेने के लिए शिक्षकों को अधिकतम 10 सवाल भेजने होंगे, जिसके बाद प्रभावी प्रश्नों का चयन किया जाएगा। ऐसे में चयनित प्रश्नों का प्रयोग राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की ओर से आयोजित की जाने वाली गतिविधि, कार्यक्रम, प्रशिक्षण, प्रतियोगिताओं में होगा। यहीं नहीं समय -समय पर होने वाली परीक्षाओं में भी इन प्रश्नों का प्रयोग होगा।

यह रखना होगा ध्यान

प्रश्न केवल हॉयर आर्डर थिंकिंग के होने चाहिए।

ज्ञानात्मक और सूचनात्मक प्रश्न तैयार नहीं किए जा सकेंगे।

प्रश्नों का आधार समझ, कौशल और अनुप्रयोग पर आधारित होना चाहिए।

सभी प्रश्न सरल, स्पष्ट और सामान आकार के होने चाहिए।

प्रश्न किस कक्षा और किस विषय का है यह सवाल से स्पष्ट होना चाहिए।

प्रश्न अपठित, अनुच्छेद, विज्ञापन, चित्र, आकृति व अन्य कौशलों पर आधारित होने चाहिए।

सवालों में नकारात्मक शब्दों का प्रयोग नहीं किया जा सकेगा।

सवाल सिर्फ आब्जेक्टिव होना चाहिए।

विकल्पों की ओवर लैपिंग नहीं होनी चाहिए।

अपूर्ण कथनों का प्रश्न नहीं होने चाहिए ।

प्रश्न बैंक बनाने के लिए विभाग ने प्रश्न भेजने के लिए कहा है। इसके लिए हमने शिक्षकों को कहा है। अधिक से अधिक शिक्षक इसमें भाग ले रहें हैं।

एसके गिरि, एबीएसए, मेरठ

Posted By: Inextlive