दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम सोमवार को गोरखपुर यूनिवर्सिटी के नाथ चंद्रावत हॉस्टल पहुंची. इस दाैरान युवाआें ने अपनी बात रखीं.

- मिलेनियल्स के मुद्दों पर यूनिवर्सिटी के नाथ चंद्रावत हॉस्टल में हुई चर्चा

- यंगस्टर्स ने दिल खोलकर रखी अपनी बात

GORAKHPUR: गोरखपुर में मिलेनियल्स के मुद्दों पर चर्चा का दौर जारी है। इस सीरीज में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम सोमवार को गोरखपुर यूनिवर्सिटी के नाथ चंद्रावत हॉस्टल पहुंची। यहां मौजूद यंगस्टर्स ने दिल खोल कर अपनी बातें रखीं और किन कड़क मुद्दों पर वो वोट करने जा रहे हैं, इसके बारे में बेबाकी से अपनी बातें रखीं।

छाया रहा बेरोजगारी का मुद्दा
यंगस्टर्स के बीच बेहतर एजुकेशन के साथ फ्यूचर प्लानिंग की चाहत भी साफ देखने को मिली। जहां स्टूडेंट्स ने बेहतर पढ़ाई के लिए सरकार को एडवांस एजुकेशन की व्यवस्था करने पर जोर दिया, वहीं दूसरी ओर उन्होंने फ्यूचर सिक्योर करने के लिए जॉब गारंटी और क्रिएशन की डिमांड की। इसके लिए स्किल डेवलपमेंट कोर्स के साथ ही टेक्निकल कोर्स शुरू करने के सजेशन भी दिए गए।

कड़क मुद्दा
यंगस्टर्स के बीच कड़क मुद्दे की बात की जाए तो यहां बेहतर एजुकेशन सिस्टम और जॉब क्रिएटर के लिए स्किल डेवलपमेंट सेंटर की कमी का मुद्दा छाया रहा। स्टूडेंट्स ने कहा कि गोरखपुर में हायर एजुकेशन सेंटर्स की तादाद को बढ़ाया जाए और जो पहले से चल रहे हैं, वहां बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। भौगोलिक स्थिति के मुताबिक वहां स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम शुरू किए जाएं, जिससे कि वहां के युवाओं को वहीं पर रोजगार मिल सके और वहां की जनता को उन समस्याओं से छुटकारा मिल सके, जिससे वह काफी समय से जूझ रहे हैं।

मेरी बात
हमारे देश में आर्थिक नीति, विदेश नीति पर भी ध्यान देना होगा। धारा 370 और 35ए भी सिर्फ चुनावी मुद्दा बनकर रह गया है। धारा 370 के साथ ही कुछ और ऐसे मुद्दे हैं, जो सत्ता में न रहने वाली पार्टी चुनाव से पहले उछालती हैं, लेकिन जब उनका सरकार बन जाती है, तो सभी इसे भूल जाते हैं। सिर्फ चुनावी मुद्दा न बने, बल्कि इस प्रॉब्लम का परमनेंट सॉल्युशन प्रोवाइड कराया जाए।

शिव प्रसाद शुक्ला

सतमोला खाओ, कुछ भी पचाओ
देश में बढ़ती हुई आबादी एक बड़ा मुद्दा है, इसे कोई चाहकर भी नजर अंदाज नहीं कर सकता है। क्योंकि आबादी लगातार बढ़ रही है, लेकिन व्यवस्था जस की तस है। पहले लोगों को आबादी पर कंट्रोल करना होगा, फिर इसके बाद आबादी के मुताबिक जरूरी इंतजाम करने होंगे। जिस सरकार का इस पर जोर होगा, उसी सरकार को हम चुनेंगे और उसी कैंडिडेट को वोट देंगे।

 

 


मेरा वोट उसको जाएगा, जो देश की सुरक्षा का ख्याल रखेगा। देश की सुरक्षा बेहतर करने के लिए इसका बजट बढ़ाया जाए और सैनिकों के लिए जरूरी व्यवस्थाएं भी की जाएं, जिससे उनके बाद उनके परिवार को कुछ सोचना न पड़े।

 

- मुकेश गुप्ता

मेरी डिमांड यह है कि एजुकेशन को पहले बेहतर किया जाए और जॉब की भी व्यवस्था की जाए। चिकित्सा और शिक्षा में प्राइवेटाइजेशन नहीं करना चाहिए, व्यवस्था भले ही प्राइवेट कर दी जाए।

- आशुतोष उपाध्याय

सुरक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर ध्यान देने वालों को मेरा वोट जाएगा। जनसंख्या लगातार बढ़ रही है, लेकिन शिक्षा की गुणवत्ता में लगातार कमी आ रही है। लोग बढ़ रहे हैं, लेकिन व्यवस्थाएं उस हिसाब से नहीं हो पा रही है।

- दीपक त्रिपाठी

जो 13 प्वॉइंट रोस्टर को खत्म करके 200 प्वॉइंट रोस्टर लागू करेगा और हर तबके के लिए हक की बात करेगा, मेरा वोट उसी को जाएगा।

- सत्यपाल यादव

जो सरकार अब सैनिकों के सम्मान के बारे में सोचेगी, मेरा वोट उसी को जाएगा। वह 18-18 घंटे सरहदों पर जागकर हमारी हिफाजत करते हैं, लेकिन उनकी सैलरी प्रोफेसर्स से कम है। इनकी सैलरी बढ़ानी चाहिए।

- आदर्श राय

रोजगार की काफी कमी है, हर सेक्टर में जो सरकार रोजगार लाएगी और इसके लिए पहल करेगी, वही हमारा नेता होगा और उसी की सरकार बनेगी।

- अमन गुप्ता

हेल्थ सेक्टर से हमेशा ही लोगों को उम्मीद रहती है, मगर बेहतरीन बिल्डिंग और मशीनों के बाद भी उन्हें सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। जो भी सरकार बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान देगी, हम उसी को चुनेंगे।

- रविशंकर द्विवेदी

स्किल डेवलपमेंट संस्थानों को बेहतर करने की जरूरत है, इससे यहां के युवाओं की स्किल बेहतर होगी और उन्हें रोजगार के मौके भी मिलेंगे

- मोहित मिश्रा

देश की आबादी काफी तेजी से बढ़ रही है लेकिन इसको कंट्रोल करने पर किसी का ध्यान नहीं है। हमें ऐसी सरकार चाहिए जो इसके बारे में भी सोच सके।

- वैभव कुमार

Posted By: Inextlive