RANCHI : अमर कथाकार राधाकृष्ण के क्0ब् वीं जयंती पर दो दिवसीय राधाकृष्ण महोत्सव का आगाज गुरुवार को हुआ। रांची दूरदर्शन और सीसीएल के सहयोग से आयोजित हो रहे इस महोत्सव में देशभर के कहानीकार, साहित्यकार और कवि भाग ले रहे हैं। सीसीएल के दरभंगा हाउस स्थित सभागार में महोत्सव के उद्घाटन सत्र में राधाकृष्ण के रचना-संसार पर चर्चा हुई। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार बलवीर दत्त के अलावा चित्रा मुदगल, बलराम, प्रेम भारद्वाज व सुनील श्रीवास्तव मौजूद थे। उन्होंने कहा कि राधाकृष्ण महान कहानीकार थे। प्रेमचंद के पांच पसंदीदा लेखकों में वह एक थे। प्रेमचंद ने उनकी कहानियों की सराहना की थी, लेकिन दुर्भाग्य से बाद के सौ-दो सौ लेखकों में से किसी ने अपनी रचनाओं में राधाकृष्ण की चर्चा नहीं की ।

मिट्टी से जुड़े लेखक थे राधाकृष्ण

वक्ताओं ने कहा कि राधाकृष्ण झारखंड की मिट्टी के लेखक थे, इसलिए आपका दायित्व है आप इनकी रचनाओें को सहेज कर रखें। इस मौके पर सीसीएल के सीएमडी गोपाल सिंह घोषणा की कि सीसीएल हर साल उनकी जयंती पर राधाकृष्ण शील्ड प्रदान करेगा। झारखंड के इस धरोहर को याद करेंगे। डॉ। श्रवण कुमार गोस्वामी द्वारा राधाकृष्ण पर लिखी रचना का पाठ डॉ। गिरिधारी राम गंझू, स्वागत भाषण दूरदर्शन केंद्र रांची के उप महानिदेशक डॉ। शैलेश पंडित और अध्यक्षता डॉ। वीपी केशरी ने की।

हॉस्पिटल में गिरा मरीज, मौत

बुधवार को आलम नर्सिग होम में इलाज के लिए आए मरीज मंजीत कुमार (फ्0) की गिरने से मौत हो गई। मृतक हजारीबाग जिले के चौपारण थाना एरिया का रहनेवाला था। मंजीत के पिता परशुराम ने हत्या की आशंका जाहिर की है। उन्होंने बताया कि वे अपने बेटे का इलाज कराने के लिए बरियातू के आलम नर्सिग होम में आए थे। हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने पेशेंट को रिम्स रेफर कर दिया। रिम्स रेफर करने के दौरान ही मंजीत की मौत हो गई। इधर, हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कहना है कि यहां लाने के क्रम में ही मरीज गिर गया। गिरने की वजह से उसके सिर में चोट लगी थी। इस कारण उसे रिम्स रेफर कर दिया गया था। हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कहना है कि पेशेंट की हत्या की बात बेबुनियाद है।

Posted By: Inextlive