न शादी करूंगा, न पीएम बनूंगा!
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने संकेत दिया है कि उनकी अभी शादी की कोई प्लानिंग नहीं है. उन्होंने कहा कि अगर मेरी शादी हुई और बच्चे हुए तब मैं चाहूंगा कि मेरे बच्चे मेरा स्थान लें. राहुल गांधी ने कहा कि मुझसे यह पूछना कि क्या आप पीएम बनना चाहते हैं, यह गलत सवाल है. कांग्रेस उपाध्यक्ष ने यह बात अगले लोकसभा इलेक्शन से पहले उन्हें पीएम पद के रूप में पेश किये जाने की पार्टी के अंदर बढ़ती मांग पर पार्टी सांसदों से बातचीत के दौरान कही. विधायकों को भी मिले अधिकार
उन्होंने कहा कि आज मैं देखता हूं कि अधिकार के बिना सांसद कैसा महसूस करते हैं. यह स्थिति सभी दलों में है, चाहे कांग्रेस हो या बीजेपी. मैं संसद में 720 सांसदों को अधिकार सम्पन्न बनाना चाहता हूं. राहुल ने कहा कि वह मिडिल क्लास के नेताओं को सशक्त बनाना चाहते हैं. देश में कुछ ऐसे दल हैं जिसका संचालन एक नेता (बसपा), दो नेता (सपा), पांच या छह नेता (बीजेपी) और 15 से 20 नेता (कांग्रेस) करते हैं. हाईकमान का कल्चर गलत
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि हाईकमान संस्कृति 70 की सेंचुरी में उस समय शुरू हुई जब उनकी दादीमां के ऊपर चारों ओर से प्रहार हो रहा था. मैं उनको जानता हूं और अगर मैं उनके स्थान पर होता तब ऐसा ही करता. उन्होंने इस बात के भी संकेत दिये कि वह संगठन में ऊपर से नीचे तक बदलाव चाहते हैं और उनके आदर्श महात्मा गांधी हैं. वह गीता के निष्काम कर्म में विश्वास रखते हैं. महात्मा गांधी को अपना गुरु करार देते हुए उन्होंने कहा कि गांधीजी ने हर वर्ग के लोगों को प्रेरित किया.