हर मामले में मोदी सरकार पर हमलावर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि मोदी सरकार गरीबों को नजर अंदाज करती है। उन्होंने ललित मोदी मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बर्खास्तगी की मांग भी की। राहुल ने बुधवार को सफाई कर्मियों का भी सर्मथन करते हुए उनके लिए लड़ाई लड़ने की भी बात कही।

तनख्वाह नहीं मिलने से नाराज पूर्वी नगर निगम के सफाई कर्मचारियों ने बुधवार को जंतर पर प्रदर्शन किया। इन कर्मचारियों का समर्थन करने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी जंतर मंतर पर पहुंच गए। यहां पहुंचे राहुल ने कहा कि वे सफाई कर्मियों की लड़ाई में उनके साथ हैं और हमेशा रहेंगे। उन्होंने इस मौके पर कहा कि मैंने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान कोयले की खदान देखी। यहां मजदूर कंगाली की हालत में हैं और उद्योगपति मालामाल हैं। हमें ऐसा विकास नहीं चाहिए। सफाई कर्मरियों ने राहुल गांधी को पगड़ी पहनाकर अभिनंदन भी किया। कर्मचारियों से मुखातिब, कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि सफाई कर्मचारी हिंदुस्तान की सेना है, दिल्ली की सेना है। यह सफाई कर्मचारियों की लड़ाई हक व इज्जत की लड़ाई है।

वहीं ललित मोदी मामले से विवाद में आयी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बारे में राहुल का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए। राहुल गांधी ने कोरबा के कुदमुरा गांव में एक सभा के बाद संवाददाताओं से बातचीत के दौरान ये बात कही थी। उन्होने ये भी कहा कि मोदी काले धन को लाने और काले धन के खिलाफ अभियान चलाने की बात कहते हैं, लेकिन दूसरी ओर  पूर्व आईपीएल अध्यक्ष ललित मोदी को बचाने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने मोदी पर पूर्व आईपीएल अध्यक्ष को बचाने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए कहा कि स्वराज इस्तीफा दे यह मुद्दा नहीं है, बल्कि प्रधानमंत्री को खुद उन्हें बर्खास्त करना चाहिए।
राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों पर सीधा निशाना साधते हुए डैम और उद्योग प्रभावित गांवों में पदयात्रा कर चौपाल लगाई और लोगों से सवाल किया कि आपका जल, जंगल और जमीन चली गई, क्या आपको विकास मिला? उन्होंने कहा कि विकास केवल कुछ उद्योगपतियों का हो रहा है, लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अच्छे दिन और विकास की बात करती है लेकिन कभी गरीबों की बात नहीं करती।
राहुल ने महानदी तट पर बसे इस गांव से पदयात्रा शुरू करते हुए कहा कि हम यहां कसम खाने आए हैं कि किसानों की जमीन मुफ्त में उद्योगों को नहीं देने देंगे। करीब पांच किलोमीटर की इस पदयात्रा के दौरान राहुल ने लोगों ने बात भी की। सकराली और बरभाठा गांव में उन्होंने चौपाल भी लगाई। बरभाठा की चौपाल में जांजगीर और आसपास के विभिन्न पॉवर प्लांट और बांधों के प्रभावितों के साथ ही बस्तर के पोलावरम बांध और डिलिमिलि उद्योग प्रभावितों और नया रायपुर के प्रभावित किसान भी शामिल हुए।
यहां राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी के सूट-बूट से लेकर विकास के नारे पर जमकर निशाना साधा। मोदी की बुलेट ट्रेन भी निशाने पर रही। कहा कि करोड़ों रुपये खर्च कर चलाई जाने वाली इस बुलेट ट्रेन में केवल सूट और टाई वाले ही घुस पाएंगे। उद्योगों के लिए जमीन अधिग्रहण के एवज में किसानों को उचित मुआवजा नहीं मिलने को लेकर राहुल ने कहा कि उद्योगपति एक खदान से रोज करोड़ों रुपये कमाते हैं और उनकी यह कमाई कम से कम 30 साल तक चलती है, लेकिन इस कमाई में से एक दिन का हिस्सा भी वे प्रभावितों को नहीं देते हैं।

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Posted By: Molly Seth