- मंडे देर रात बिंदाल बस्ती में नशा तस्करों को सबक सिखाने गए थे सीओ

- सादी वर्दी में छापामारी, लोगों ने घेरा पकड़ लिया कॉलर, जमकर हंगामा

- सीओ ने उच्चाधिकारियों को दी सूचना तो भेजी गई मौके पर फोर्स

देहरादून: नशा तस्करी पर लगाम कसने के लिए मंडे रात को बिंदाल बस्ती में छापेमारी के लिए पहुंचे सीओ सिटी को बस्ती वालों ने घेर लिया। लोगों ने उनका कॉलर तक पकड़ लिया, सादी वर्दी में गए सीओ को बताना पड़ा कि वे पुलिस अफसर हैं। लेकिन लोगों ने फिर भी उन्हें घेरकर रखा। बस्ती से निकलने के लिए सीओ को मौके पर पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। फोर्स के बस्ती में दाखिल होते ही आरोपी भाग खड़े हुए। पुलिस अफसरों का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

फंसे सीओ, मौके पर बुलाई फोर्स

दून की बिंदाल बस्ती नशा तस्करी के लिए कुख्यात है। यहां खुलेआम नशा बेचा जाता है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट भी बिंदाल बस्ती की हकीकत को कई बार उजागर कर चुका है। नशा तस्करों के हौसले इतने बुलंद हैं, कि उन्होंने मंडे रात छापेमारी के लिए पहुंचे सीओ सिटी शेखर सुयाल को ही घेर लिया। सीओ सिटी देर रात करीब 11 बजे सादी वर्दी में कोतवाली पुलिस के साथ पैदल ही बिंदाल बस्ती पहुंच गये, यहां उन्होंने देखा कि झुग्गियों में अवैध शराब बेची जा रही है। उन्होंने कुछ लोगों को टोका तो वहां मौजूद महिला-पुरुष चिढ़ गए और बस्ती के और लोगों को भी वहां बुला लिया। सीओ और उनके साथ गए पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते, तब तक दर्जनों लोगों ने उन्हें घेर लिया और धक्का-मुक्की शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों ने सीओ का कॉलर तक पकड़ लिया, उन्हें बताना पड़ा कि वे पुलिस अफसर हैं। इसके बावजूद लोगों ने उन्हें घेरे रखा और हंगामा होता रहा। बस्ती से निकलना मुश्किल जानकर सीओ ने कोतवाली के साथ ही पुलिस अफसरों को इसकी जानकारी दी। आनन-फानन में मौके पर भारी पुलिस फोर्स भेज दी गई। पुलिस की गाड़ी का सायरन सुनते ही आरोपी वहां से फरार हो गए। पुलिस को वहां से बैरंग लौटना पड़ा।

तो सभासद के गुर्गे थे आरोपी

पुलिस सूत्रों की मानें तो सीओ को घेरने वाले लोग पूर्व सभासद अजय सोनकर उर्फ घोंचू के गुर्गे थे। घोंचू पर शराब तस्करी के आरोप में गैंगेस्टर तक की कार्रवाई हो चुकी थी, लेकिन राजनीतिक संरक्षण के चलते पुलिस उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाई।

Posted By: Inextlive