-पिछले कई साल से चली आ रही थी मेला सरचार्ज वसूलने की व्यवस्था

-माघ मेला के दौरान भी पैसेंजर्स से लिया जाता रहा था मेला सरचार्ज

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PRAYAGRAJ: कुंभ मेला 2019 को और भी ऐतिहासिक बनाने के लिए रेलमंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे द्वारा वर्षो से चली आ रही मेला सरचार्ज वसूलने की व्यवस्था को ही समाप्त कर दिया है। कुंभ के दौरान प्रयागराज आने वाले और फिर यहां से जाने वाले किसी भी पैसेंजर को निर्धारित किराया से ज्यादा एक भी रुपया सरचार्ज के रूप में नहीं देना होगा। रेलवे अधिकारियों की मानें तो अन्य मेलों के लिए भी रेल मंत्रालय द्वारा इस व्यवस्था को लागू करने का निर्णय लिया गया है।

बहुत पुराना है नियम

नॉर्थ सेंट्रल रेलवे में अभी तक यही व्यवस्था चली आ रही है कि कुंभ मेला, माघ मेला, इलाहाबाद जंक्शन, नैनी, इलाहाबाद छिवकी और विंध्याचल स्टेशन से पैसेंजर से मेला सरचार्ज वसूला जाता रहा है। फिर चाहे वह जनरल टिकट लेने वाला पैसेंजर हो या फिर एसी फ‌र्स्ट क्लास और स्लीपर क्लास में सफर करने वाला पैसेंजर। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।

चार गुना सरचार्ज की थी अफवाह

कुछ दिनों पहले कुंभ मेला के दौरान रेलवे द्वारा मेला सरचार्ज चार गुना बढ़ाए जाने की अफवाह को लेकर जमकर विरोध हुआ था। विपक्षी दलों द्वारा धरना-प्रदर्शन के साथ ही अधिकारियों को ज्ञापन भी दिया गया था। इस पर रेलवे ने क्लीयर किया था कि कुंभ के दौरान मेला सरचार्ज नहीं बढ़ाया जाएगा।

कुंभ के लिए 700 करोड़ के काम

कुंभ मेला को लेकर एनसीआर, एनआर और एनईआर द्वारा करीब 700 करोड़ रुपए की लागत से 41 काम कराया जा रहे हैं। इसमें 29 काम पहले ही पूरे हो चुके हैं। करीब 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के लिए इलाहाबाद जंक्शन के बाहर चार बड़े हॉल बनाए जा रहे हैं।

2013 में इतना लगा था सरचार्ज

स्लीपर 05 रुपए

एसी थ्री 10 रुपए

एसी टू 15 रुपए

एसी फ‌र्स्ट 20 रुपए

जनरल 05 रुपए

Posted By: Inextlive