रेलकर्मी की ओएचई से झुलसकर मौत
- कैंट स्टेशन पर डीजल नापते समय निष्क्रिय तार में करंट दौड़ने से कर्मचारी आया चपेट में
VARANASI कैंट रेलवे स्टेशन के डीजल लॉबी में शुक्रवार को दर्दनाक हादसा हुआ। ट्रेन के कोच की छत पर चढ़कर डीजल नाप रहा रेलकर्मी एचटी लाइन की चपेट में आ गया। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हादसा होने के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। रेलवे के बिजली विभाग की लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ। इस मामले में एक जेई और फिटर को सस्पेंड करने के साथ ही संयुक्त जांच के आदेश दिए गए हैं। उधर शाम तक उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के कई अधिकारी भी वाराणसी पहुंच गए। बता दें कि गूलर यार्ड की तरफ स्थित साइडिंग में डीजल से भरे कई टैंकर खड़े हैं। यहीं पर रेल इंजनों में फ्यूल भरा जाता है। तेल नापते समय लगा झटकासुबह 10.15 बजे फ्यूल खलासी (आरडीआई), रांची निवासी सुनील कुमार परधिया (53 वर्ष) एक टैंकर पर तेल का लेवल नापने के लिए चढ़ा। इसी दौरान ओएचई की चपेट में आ गया। एक बार झटका लगने के बाद टैंकर पर गिरा और उठकर संभल ही रहा था कि दोबारा हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया और नीचे गिर गया। उसे आनन-फानन में कर्मचारी रेलवे के मंडलीय अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
निष्क्रिय तार में दौड़ रहा था करंट गूलर यार्ड में टैंकर के ऊपर लगे ओएचई तार को निष्क्रिय कर दिया गया था पर उसमें अचानक करंट आ गया। माना जा रहा है कि दो दिन पहले डीरेका के कनवर्टेड लोको के ट्रायल के दौरान विभागीय लापरवाही हुई। कर्मचारी हमेशा की तरह निश्चिंतता के साथ ऊपर चढ़ा और ओएचई से करंट लग गया। इसको लेकर रेल कर्मचारियों में जबरदस्त रोष है। वहीं, इस मामले में प्रथम दृष्टया जेई साहब सिंह मीना और फिटर की गलती मिलने पर उसे निलंबित कर दिया गया है। वहीं संयुक्त जांच के आदेश दे दिए गए हैं। एडीआरएम रवि प्रकाश चतुर्वेदी ने बताया कि फिलहाल जेई को निलंबित कर दिया गया है। ज्वॉइंट रिपोर्ट आ जाने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। डीआरएम सतीश कुमार व स्थानीय अधिकारी इस घटना की जांच करेंगे। सीनियर डीईई डीआरटी और सीनियर डीएमई इसकी मानीटरिंग करेंगे।