कुंभ में रेलवे ने भी बनाए कई रिकॉर्ड, 950 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेनें चलीं
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PRAYAGRAJ: कुंभ मेला-2019 जाते-जाते इस बार कई वर्ल्ड रिकार्ड बना गया। इसमें रेलवे भी शामिल है, जिसने श्रद्धालुओं के लिए 950 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई। इसमें 50 प्रतिशत ट्रेनें टाइम टेबल के अनुसार चलाई गई। वहीं 50 प्रतिशत ट्रेनें जरूरत के अनुसार चलाई गई। गौरतलब है कि 2013 कुंभ मेला के दौरान करीब 450 मेला स्पेशल ट्रेन ही चलाई गई थी।
- 736 मेला स्पेशल ट्रेन अकेले एनसीआर ने चलाई।
- 150 मेला स्पेशल ट्रेन चलाई गई एनईआर द्वारा, जबकि टारगेट 112 का था।- 78 ट्रेन केवल चलाई थी 2013 में एनीईआर ने।- 450 मेला स्पेशल ट्रेन 2013 कुंभ मेला में चलाई गई थी केवल।इतने टिकट इतने पैसेंजर्स - 18 लाख जनरल टिकट की हुई बिक्री- 50 लाख पैसेंजर्स ने ट्रेनों से किया सफर
- 22 राज्यों के लिए चलाई गई मेला स्पेशलऐतिहासिक रहे यह निर्णय- पहली बार कुंभ के दौरान टिकट से हटाया गया मेला सरचार्ज- मौनी अमावस्या पर प्रमुख स्नान पर्व पर भीड़ को देखते हुए प्रत्येक 20 मिनट पर चलाई गई मेला स्पेशल- 2013 में हुए भगदड़ से सबक लेते हुए बनाया गया था प्लान- पूर्वोत्तर रेलवे रामबाग (इलाहाबाद सिटी) और झूंसी स्टेशन से चलाई गई मेला स्पेशल- उत्तर रेलवे की ट्रेनें फैजाबाद, अयोध्या, लखनऊ, बस्ती और जौनपुर की ओर चलाई गई2013 का दाग मिटाने का था दबावकुंभ मेला 2013 के दौरान मौनी अमावस्या पर्व के दिन इलाहाबाद जंक्शन पर हुए हादसे के कारण रेलवे पर 36 बेगुनाह स्नानार्थियों की मौत का दाग लगा था। इसे धोने का इस बार रेलवे पर सबसे अधिक दबाव था।250 रूटीन ट्रेनें अलग से दौड़तीं
कुंभ मेला के लिए प्रमुख स्नान पर्व पर एक-एक दिन में जहां 80 से 90 या फिर करीब 100 स्पेशल ट्रेनें एनसीआर, एनईआर, और एनआर द्वारा चलाई गईं। वहीं 250 से अधिक रूटीन ट्रेनें भी पर-डे तीनों जोन में रेलवे ट्रैक पर दौड़ती रहीं।
वर्जन-
कुंभ मेला के लिए रेलवे ने अपना लक्ष्य निर्धारित कर रखा था। इसके अनुसार इस बार सबसे अधिक स्पेशल ट्रेन चलाने का रिकार्ड बनाया गया। लाखों लोगों ने ट्रेनों से सफर किया। सबसे बड़ी बात, कहीं कोई हादसा नहीं हुआ.- गौरव कृष्ण बंसल, सीपीआरओ, एनसीआर