देर रात पटरी से उतरी डिब्रुगढ राजधानी एक्सप्रेस में मृतकों के मुआवजे को लेकर अब रेल मंत्री और केंद्र सरकार को सवालों के घेरे में लेने का काम शाम शुरु हो गया है.


क्यों कम हुई मुजावजे की राशि


नई दिल्ली से डिब्रुगढ जा रही डिब्रुगढ राजधानी एक्सप्रेस छपरा में टयूजडे देर रात करीब ढाई बजे पटरी से उतर गई. इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और तकरीबन 9 लोग घायल हो गए हैं. सभी घायलों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है और मृतकों को रेल मंत्री ने दो लाख के मुआवजा देने की घोषणा की और गंभीर रूप से घायलों को एक लाख और साधारण रूप सें घायलों को 20 हजार मुआवजा देने की माग की. लेकिन मुआवजे की राशि को लेकर अब रेल मंत्री पर निशाना साधा जा रहा है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हादसे के बाद ऐलान किए गए मुआवजे की राशि पर सवाल उठाया है. नीतीश का कहना है कि अब तक रेल हादसे में मरने वालों को मुआवजे के तौर पर पांच लाख रुपये मुआवजा दिया जाता है फिर इस बार यह राशि कम क्यों की गई? उन्होंने इस मामले पर रेल मंत्री और केंद्र सरकार से सफाई देने की मांग की.डिब्रुगढ राजधानी एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के बाद का नजारा तस्वारों में देखने के लिए क्लिक करेंमृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका

यही नहीं राजधानी ट्रेन एक्सीडेंट में बिहार सरकार ने भी मुआवजे की राशि को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला. बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने हादसे में मरने वालों को मुआवजे के तौर पर दो-दो लाख रुपये की घोषणा के बारे में कहा कि पहले कभी भी ऐसी घटनाओं में मरने वालों के आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाता था. वहीं मांझी ने इस संबंध में रेल मंत्री गौड़ा से बात की है और उन्होंने छपरा पहुंचने पर इस बारे में विचार करने का आश्वासन दिया है. इस दुर्घटना में ट्रेन के कुल आठ डिब्बे पटरी से उतर गए. दो बोगियां तो बिल्कुल ही क्षतिग्रस्त हालत में हैं. इंजन के बाद की बी-1 से बी-7 तक बोगी दुर्घटनाग्रस्त हुई है. इस कारण मृतकों की संख्या बढ़ने की भी पूरी संभावना है.

Posted By: Subhesh Sharma