-कुंभ मेला में सरचार्ज वसूलने वाले ऑर्डर को डिपार्टमेंट ने लिया वापस, पैसेंजर्स को मिली राहत

- आर्डर के बाद रिजर्वेशन कराए लोगों को एक्स्ट्रा पैसा वापस करने का डिसीजन

VARANASI

अगले साल 15 जनवरी 2019 से प्रयागराज के कुम्भ मेले में जाने के लिए श्रद्धालुओं को जेब ढीला नहीं करना पड़ेगा। रेलवे ने मेले के दौरान ट्रेन टिकट पर लगने वाला मेला सरचार्ज खत्म कर दिया है। नया नियम लागू हो चुका है और अगले ऑर्डर तक जारी रहेगा। इसके अलावा जिन पैसेंजर्स ने पहले से टिकट करा लिया है उनसे लिया गया सरचार्ज वापस किया जाएगा। कुंभ मेला सरचार्ज खत्म होने से श्रद्धालुओं को बड़ी राहत मिल गया है।

जनरल से एसी तक

कुम्भ के दौरान संगमनगरी पहुंचने वालों से रेलवे ने मेला सरचार्ज चुकाने का डिसीजन लिया था। इसमें ट्रेन से आने वाले श्रद्धालुओं को जनरल से लेकर एसी फ‌र्स्ट क्लास तक का सफर शामिल था। श्रद्धालुओं से 10 से 40 रुपये तक मेला सरचार्ज जमा कराया जाना था। मेला अवधि के दौरान संगमनगरी से रवाना होने वाले हर श्रद्धालु से यह सरचार्ज वसूल किया जाना था। इससे कुम्भ मेले के पहले स्नान पर्व से लेकर अंतिम स्नान पर्व की अवधि तक रेलवे ने पैसेंजर्स पर यह बोझ डाला गया था। जनरल और स्लीपर में जर्नी करने वाले पैसेंजर्स को 10-10 रुपये सरचार्ज चुकाना होता, जबकि एसी थ्री के पैसेंजर को 20, एसी टू के श्रद्धालु को 30 और एसी फ‌र्स्ट के पैसेंजर को 40 रुपये एक्स्ट्रा चुकाना था।

व्यवस्था को मेला सरचार्ज

अभी तक मेला अवधि के दौरान प्रयागराज या उसके आसपास के किसी स्टेशन की यात्रा करने वालों से रेलवे सरचार्ज की वसूली का प्लान बनाया था। ऑफिसर्स के मुताबिक मेला के दौरान होने वाली भीड़ के चलते रेलवे को अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़ती है। मेला के लिए रेलवे को नए टिकट काउंटर खोलने होते हैं, एक्स्ट्रा ट्रेन चलानी पड़ती है, इसके अलावा स्टेशन पर यात्रियों के रुकने की भी व्यवस्था की जाती है। इन सब काम में लगने वाले खर्च की भरपाई के लिए रेलवे यात्रियों से सरचार्ज की वसूली करता था। मेला सरचार्ज की इस जद में मेला न जाने वाले यात्री भी आते थे। पर अब ऐसा नहीं होगा। बता दें कि कुंभ मेला में बनारस के भी लाखों श्रद्धालु जाते हैं।

कुंभ मेला की तैयारियों में रेलवे द्वारा बड़े पैमाने पर फंड खर्च किया गया है मगर उसका बोझ प्रयागराज आने वाले श्रद्धालुओं पर नहीं पड़ेगा। सरचार्ज खत्म कर दिया गया है।

राजीव चौधरी, जीएम

एनसीआर

Posted By: Inextlive