ग्रीन इनीशिएटिव से रेलवे ने बचाई 64 करोड़ की बिजली
-ग्रीन इनीशिएटिव के तहत एनसीआर जोन के कानपुर में चले प्रोजेक्ट्स से रेलवे ने की करोड़ों की सेविंग्स
- बिजली से लेकर पानी की बचत में कायम किए रिकॉर्ड, आईएसओ का सर्टिफिकेशन भी मिला kanpur@inext.co.inKANPUR: वर्ल्ड एनवायरमेंट डे के मौके पर हरियाली बढ़ाने और पर्यावरण को बचाने की बात हो रही है. इसी क्रम में रेलवे भी अपने ग्रीन इनीशिएटिव से कई बड़े बदलाव ला रहा है. यह बदलाव न सिर्फ पैसेंजर्स के लिए अच्छे हैं, बल्कि रेलवे भी इससे अपनी काफी बचत करने में कामयाब हुआ है. बीते साल की ही बात करें तो फाइनेंशियल ईयर में एलईडी लाइटिंग, सोलर पैनल लगाने और ट्रैक इलेक्ट्रिफिकेशन के जरिए एनसीआर जोन ने 64 करोड़ रुपए की बिजली बचाई. मालूम हो कि सेंट्रल स्टेशन पर 300 किलो वाट क्षमता का सोलर पैनल सीधे ग्रिड से कनेक्ट है. इसके अलावा इलेक्ट्रिक लोको शेड में भी 150 किलोवाट क्षमता का सोलर पैनल मिला कर हर साल हजारों यूनिट बिजली बनाने में रेलवे की मदद कर रहा है.
कानपुर के खाते में ये उपलब्धियां- - इलेक्ट्रिक लोको शेड को आईएसओ 14001 का सर्टिफिकेशन - 5 करोड़ से ज्यादा की बिजली की बचत, एनसीआर जोन में ओवरऑल 64 करोड़ की बचत- क्लीन ट्रेन इनीशिएटिव के तहत कानपुर सेंट्रल से गुजरने वाली 153 ट्रेनों में मैकेनाइज्ड क्लीनिंग, स्टेशन पर भी मैकेनाइज्ड क्लीनिक की सुविधा
-------------- अब वाटर कंजर्वेशन पर जोर ग्रीन इनीशिएटिव के तहत एनसीआर जोन में पड़ने वाले स्टेशनों और रेलवे के दूसरे स्टेब्लिशमेंट्स में पानी और बिजली की बचत के लिए कई नए प्रोजेक्ट्स पर भी काम जारी है. रेलवे के सभी बड़े आफिसेस में रेन वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगाए जा चुके हैं. इसी के साथ अब ट्रेनों की वाशिंग में रिसाइकिल्ड वाटर का यूज भी शामिल है. जिसके लिए 20 लाख लीटर प्रतिदिन की क्षमता वाला ट्रीटमेंट प्लांट भी लगेगा. 'ग्रीन इनीशिएटिव में कई नई चीजें शुरू की गई हैं. जिससे बिजली और पानी की काफी बचत हुई. बिजली की बचत का सीधा फायदा रेलवे को मिला. साथ ही बड़ी मात्रा में कार्बन फुटप्रिंट्स भी कम हुए.' - अमित मालवीय, पीआरओ, इलाहाबाद मंडल, एनसीआर जोन