राजभर ने की बगावत, पिछड़ा वर्ग विभाग छोड़ा
राजभर ने की बगावत, पिछड़ा वर्ग विभाग छोड़ा
- कहा, नहीं करेंगे किसी की गुलामी, 15 राज्यों में लड़ेंगे चुनाव - डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा राजभर को मनाने पहुंचे उनके घर - 24 को मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने का पहले ही कर चुके हैं ऐलानLUCKNOW (14 Feb): कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने गुरुवार को अपनी ही सरकार के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया। उन्होंने छात्रवृत्ति में भेदभाव का आरोप लगाकर पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग मुख्यमंत्री को वापस करने का पत्र लिखा है। राजभर अपना पत्र लेकर विधानसभा भी आए पर उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री से नहीं हो सकी। इसके बाद डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश चंद्र शर्मा ने राजभर के आवास जाकर उनको मनाने की कोशिश भी की पर इसका कोई नतीजा नहीं निकला। राजभर ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर गौर नहीं किया तो आगामी 24 फरवरी को वे सरकार से पूरी तरह अलग होने का निर्णय ले सकते हैं।
ये लिखा पत्रमुख्यमंत्री को संबोधित अपने पत्र में राजभर ने लिखा कि सरकार गठन के बाद मुझे दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के साथ पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का भी प्रभार सौंपा गया था। सरकार द्वारा पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति, शुल्क प्रतिपूर्ति अपेक्षित रूप से न किए जाने एवं पिछड़ी जातियों के 27 फीसद आरक्षण के कोटे का बंटवारा सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट के अनुरूप न किए जाने से पिछड़ी जाति के लोगों में रोष व्याप्त है। इसके अलावा यह भी अवगत कराना है कि पिछड़ा वर्ग आयोग की कमेटी में मेरे द्वारा सुझाए गये नामों में से एक भी नाम शामिल नहीं किया गया है। मुझसे पिछड़े वर्ग के लोगों की बहुत अपेक्षाएं हैं, लेकिन सरकार ने पिछड़ा वर्ग के लोगों के हितों की लगातार अनदेखी के कारण मैं उन्हें उनका हक नहीं दिला पा रहा हूं। अत: पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ हो रहे भेदभाव एवं अनदेखी को लेकर मैं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग का प्रभार आपको सौंप रहा हूं।
डिप्टी सीएम से पुराने संबंधवहीं डिप्टी सीएम के मनाने के बावजूद राजभर ने अपना इरादा नहीं बदला। उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम से उनके पुराने संबंध हैं पर वे अपने फैसले से पीछे नहीं हटेंगे। राजभर ने यह भी बोला कि वो किसी की गुलामी नहीं कर सकते हैं। वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार ने दावा किया कि पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति का का भरपूर लाभ मिल रहा है। बीते दो साल में बजट और शुल्क प्रतिपूर्ति योजना में डेढ़ गुना की वृद्धि की गयी है। इससे लाभांवित होने वाले पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं की संख्या में भी डेढ़ गुना की वृद्धि हुई है।